विधानसभा चुनाव: वैशाली नगर के विकास के लिए पूर्व सैनिक के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं, योग्य व कर्मठ राजेश चौधरी के समर्थन में उमड़ा जनसैलाब

मोहल्लों, नुक्कड़ चर्चाओं में लगाए जा रहे हार-जीत के गणित

विधानसभा चुनाव: वैशाली नगर के विकास के लिए पूर्व सैनिक के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं, योग्य व कर्मठ राजेश चौधरी के समर्थन में उमड़ा जनसैलाब

भिलाई। विधानसभा चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। वैशालीनगर विधानसभा क्षेत्र केहर गली-मोहल्ले व चौक-चौराहों पर इस समय चुनावी चर्चा का ही दौर चल रहा है। हर कोई अपने पसंदीदा प्रत्याशी को जिताने का समीकरण बता रहा है। लोगों का कहना है कि ऐसे प्रत्याशी को वोट करेंगे जो साफ-सुथरी छवि वाला हो, पढ़ा-लिखा और जनता के लिए संघर्ष करने वाला हो।  ऐसा ही एक पूर्व फौजी राजेश चौधरी का नाम वैशालीनगर विधानसभा क्षेत्र से कांगे्रस पार्टी के लिए उभर कर सामने आया है। 

विधानसभा चुनाव से लोगों को इससे काफी आशा है। सड़क किनारे होटल पर चाय की चुस्कियों के बीच शहर की सरकार बन बिगड़ रही है। एक चाय की दुकान पर कुछ लोग चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशियों की जीत-हार का समीकरण बता रहे थे।  लोगों का कहना था कि शहर का विकास व जनता की बात सुनने वाले प्रत्याशी को ही प्राथमिकता देंगे। ऐसे व्यक्ति को जीत दिलाएंगे जो केवल वादों तक ही सीमित न रहे, बल्कि कसौटी पर खरा भी उतरे। चर्चा के दौरान लोगों का कहना था कि राजेश चौधरी पूर्व फौजी है। लंबे समय तक देश की सुरक्षा के लिए सरहदों पर घर-डटे रहे। हमेशा अनुशासन में रहते हैं। लोगों के सुख दुख में पास खड़े होते हैं। इसलिए पूर्व फौजी से बेहतर कोई और विकल्प नहीं हो सकता। आम जनता का भी दायित्व बनता है कि देश के लिए मर मिटने वाले सैनिक के साथ खड़े हो। अगर वैशालीनगर विधानसभा क्षेत्र के लिए पूर्व फौजी राजेश चौधरी को टिकट मिलती है तो निश्चित तौर पर कांगे्रस को बड़ी जीत मिलेगी। योग्य व कर्मठ प्रत्याशी को ही मौका देना चाहिए। यही कारण है कि पूर्व सैनिक राजेश चौधरी के समर्थन में आमजनता व  समाजों की पूरी फौज आज उनके समर्थन में खड़े दिख रहे हैं। ऐसे नेता का चुनाव करना है जो वैशाली नगर विधानसभा क्षेत्र को आदर्श शहर बनाए। ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटाकर विकास की जो बात करेगा उसी को नेता चुना जाएगा। अक्सर देखा गया है कि चाहे कोई भी पार्टी हो ऐसे व्यक्ति को टिकट दे दिया जाता है जो जीतने के बाद कोई काम का नहीं रहता। न तो क्षेत्र का विकास होता है और न ही आम जनता की परेशानियों को दूर करने का समय। इसलिए ऐसे व्यक्ति को टिकट मिलना चाहिए तो चुनाव जीतने के बाद भी आम जनता के लिए उनके पास समय हो।
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