बिल्डर और छालीवूड के हीरो को जान का खतरा, बदमाशों ने गार्ड पर किया हमला, मनोज ने पुलिस से मांगा प्रोटेक्शन

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के जाने वाले बिल्डर और छालीवूड के हीरो मनोज राजपूत को जान का खतरा है। मनोज राजपूत ने एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया है जिसमें साफ-साफ दिख रहा है कि रात के अंधेरे में कार से पहुंच बदमाशों को उनके गार्ड पर हमला करते साफ साफ दिख रहा है। 

व्यवसायी मनोज राजपूत को फिल्म रिलीज़ और धार्मिक रैली के बीच खतरे का सामना करना पड़ रहा है।
मनोज राजपूत का कहना है उन्हें धर्म, व्यापार और बाहरी रूप से छती पहुँचने की कोशिश की जा रही है। उनकी मूवी जो लोकलवाद को बढ़ावा और छत्तीसगढ़ी लोगो को आगे बढ़ने के लिए अग्रसर करेगी, उसे रोकने की कोशिश की जा रही है। उनके व्यापार, फिल्म और धार्मिक आयोजन सभी में बाधा डाला जा रहा है, उनके कैंपस में आज के तारीख में गार्ड इतने भयभीत है की वो नौकरी तक करने से डर रहे है क्योकि उन्हें बाहरी लोगो द्वारा मारा पीटा जा रहा है, जिसका सबुत उनके पास CCTV फुटेज में है। चौक चौराहे में मुझे धमकी मिल रही है इससे पता चल रहा है की बहुत बड़े गिरोह के इशारे पर काम चल रहा है।
बुधवार को पत्रकार वार्ता में मनोज राजपूत ने बताया कि राजपूत का निर्णय, छत्तीसगढ़ में स्थानीय लोगों की मुश्किलों को प्रदर्शित करने की उनकी कोशिश ने उन लोगों को चिढ़ा दिया है जो अपने क्षेत्र में इन व्यक्तियों के उदय को नहीं चाहते थे। हिंदुत्व को
बढ़ावा देने के लिए, राजपूत 13 फरवरी 2024 को "एक चिट्ठी सिया राम के नाम, जय श्री राम" नामक एक विशाल रैली की योजना बना रहे हैं, जो धार्मिक भावनाओं और सांस्कृतिक विरासत का सम्मान करने के उद्देश्य से है। हालांकि, जैसे ही तनाव बढ़ता जा रहा है, राजपूत के व्यापार, जिसमें रियल एस्टेट और फिल्म प्रोडक्शन शामिल हैं, लगातार हमलों के लक्ष्य बन गए हैं। बाहरी लोग प्रयास कर रहे है धार्मिक आयोजन की सफलता को रोका जाए और उनके माध्यम से जागरूकता प्रशारित करने को बाधित किया जाए। रिपोर्ट्स बताती हैं कि कुछ प्रभावशाली और गुंडागर्दीपूर्ण तत्व राजपूत के व्यापार स्थलों में प्रवेश कर रहे हैं, उनके कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों, और स्वयं राजपूत को भी जानलेवा हमले कर रहे हैं। राजपूत ने सबूत जुटाया है, जैसे कि सीसीटीवी फुटेज, चौंकाने वाली बात यह है जब जब वह अपनी फिल्म के प्रमोशन में जा रहे हैं, तब तब निरंतर पीछा किया जा रहा है और उन्हें गली, चौक, चोराहो में रोककर धमकियाँ दी जा रही हैं।