निवेश के नाम पर करोड़ों रुपए गबन करने वाले शुष्क इंडिया प्रायवेट लिमिटेड चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर गिरफ्तार, 9 साल से था फरार
दुर्ग के मोहन नगर थाना पुलिस और एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग ने की कार्रवाई

दुर्ग। करोड़ों रुपए गबन करने वाले शुष्क इंडिया प्रायवेट लिमिटेड चिटफंड कंपनी के फरार डायरेक्टर को पुलिस ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है। आरोपी वर्ष 2015-2016 में लोगों के करोड़ों रुपए निवेश कराकर फरार हो गया था। एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग एवं थाना मोहन नगर की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए यह सफलता पाई है। इस मामले में 8 आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। 5 आरोपी फरार चल रहे थे। इनमें से एक आरोपी सुनील तिवारी पिता दश्थ तिवारी उम्र 40 साल निवासी हाल भानपुर, विदिशा रोड थाना छोला जिला भोपाल म.प्र. मूल निवासी प्रजापत नगर हवा बंगला फूटी कोटी थाना हवा महल बंगला जिला इंदौर मध्यप्रदेश को गिरफ्तार कर लिया गया।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2010 में शुष्क इंडिया लिमिटेड कंपनी का कार्यालय केवल भवन के सामने स्टेशन रोड दुर्ग में आर.के.हाईटस बिल्डिंग में खुला था, जो बाद में उजाला भवन के सामने मल्होत्रा काम्पलेक्स में चला गया। उक्त कंपनी के सी.एम.डी. कैलाश सिंह लोधी, नरेन्द्र सिंह लोधी, फत्ते सिंह लोधी, ललीत पाल, मोहन कुमार, साकार देवेन्द्र चौहान, अनिल सिंह लोधी ने लोगों को प्रलोभन दिया कि कंपनी मे धन राशि निवेश करने पर 06 वर्ष में दुगुना, 8 वर्ष में तिगुना एवं 11 वर्ष में चार गुना धन राशि का लाभ मिलेगा एवं अन्य स्कीम के बारे में प्रलोभन दिया। बोनस बीमा भी मिलेगा, जमीन भी मिलेगी। झांसे में आकर सैकडों लोगों ने करोड़ों रुपए उक्त कंपनी में निवेश किया था किन्तु कंपनी द्वारा मेच्युरिटी पूरा होने के बाद भी रकम वापस न कर धोखाधड़ी कर अमानत मे खयानत कर आफिस में ताला लगाकर दिसम्बर सन् 2016 में भाग गये। प्रार्थी संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट पर थाना मोहन नगर में अपराध क्रमांक 164/2016 धारा 420, 406, 409, 120बी, 34 भादवि, छ.ग.निक्षेंपकों के हितों का संक्षरण अधिनियम 2005 की धारा 10 एवं 3, 4, 5 धन परिचालन अधिनियम के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना किया जा रहा है। विवेचना के दौरान आरोपीगण दिनेश सैनी, अमित जैन, ललित पाल, मोहन कुमार मुन्ना, पुरानिक देवांगन, कैलाश सिंह लोधी, कन्हैया लाल ओझा, अनिल सिंह लोधी को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ अभियोग पत्र माननीय न्यायालय में पेश किया जा चुका है। प्रकरण मे अभी भी 05 आरोपी फरार थे। जिनकी गिरफ्तारी एवं पतासाजी के प्रयास किये जा रहे थे।