NCRB 2021: देश में हर दिन 278 अपहरण-80 हत्याएं हुईं, महिलाओं पर सर्वाधिक अपराध UP तो दुष्कर्म राजस्थान में हुए
नई दिल्ली । राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी NCRB ने 2021 में देशभर में हुए अपराध के आंकड़े बीते दिनों जारी कर दिए। इसके मुताबिक 2021 में आपराधिक घटनाओं में 7.6% की कमी आई। हालांकि, हत्या, अपहरण, महिलाओं, बच्चों के खिलाफ अपराध बढ़ा है। SC-ST के खिलाफ भी अपराध की घटनाओं में इजाफा हुआ है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब हत्या, अपहरण जैसे मामले बढ़े हैं, महिलाओं, बच्चों के खिलाफ अपराध भी बढ़ा है तो कुल अपराध में कमी कैसे आई है? 2020 में कोरोना के चलते सरकारी आदेश की अवहेलना के मामलों में भारी इजाफा हुआ था। 2021 में इस तरह के मामलों में 47 फीसदी से ज्यादा का कमी आई है।
हर रोज 80 से अधिक हत्याएं
2021 में देश में कुल 29,272 हत्याएं हुईं। यानी, हर रोज देश में 80 से अधिक हत्याएं हुईं। 2020 के मुकाबले हत्या के मामलों में 0.3% का इजाफा हुआ है। राज्यों के लिहाज से बात करें तो सबसे ज्यादा हत्या के मामले उत्तर प्रदेश में सामने आए। यहां 2021 में कुल 3,717 हत्याएं हुईं। हालांकि, 2020 के मुकाबले उत्तर प्रदेश में हत्या के मामलों में करीब 1.6% की कमी आई है। इसके बाद बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा हत्याएं हुईं।
2021 में देश में हर रोज 86 से ज्यादा दुष्कर्म की वारदातें हुईं
2021 में देशभर में दुष्कर्म के कुल 31,677 मामले दर्ज हुए। यानी, हर रोज औसतन 86 से ज्यादा महिलाएं दुष्कर्म का शिकार हुईं। 2020 के मुकाबले दुष्कर्म के मामलों में करीब 13 फीसदी का इजाफा हुआ। राजस्थान में सबसे ज्यादा 6,337 मामले दर्ज हुए। राजस्थान के बाद सबसे ज्यादा दुष्कर्म की वारदातें मध्य प्रदेश में हुईं। इसके बाद उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और असम का नंबर है।
महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले 15.3% बढ़े
2021 में देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,28,278 मामले दर्ज हुए। 2020 के मुकाबले महिला अपराध में 15.3 फीसदी का इजाफा हुआ। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध में सबसे ज्यादा 31.8% मामले पति या रिश्तेदार की क्रूरता के थे। राज्यों की बात करें तो महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा 56,083 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए। 2020 के मुकाबले राज्य में इस तरह के अपराध में 13.5% का इजाफा हुआ। उत्तर प्रदेश के बाद महिला अपराध के सबसे ज्यादा मामले राजस्थान, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में दर्ज हुए।
देश में अपरहण की वारदातों में 19.9% का इजाफा हुआ
2021 में देशभर में कुल 1,01,707 अपहरण के मामले दर्ज हुए। यानी, रोजाना 278 से ज्यादा अपहरण की वारदातें दर्ज हुईं। 2020 के मुकाबले अपहरण के मामलों में 19.9% का इजाफा हुआ। अपहरण के सबसे ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए। राज्य में कुल 14,554 अपहरण की घटनाएं दर्ज हुईं। 2020 के मुकाबले 2021 में उत्तर प्रदेश में अपहरण की घटनाओं में करीब 13 फीसदी का इजाफा हुआ। महाराष्ट्र में 10,502 मामले दर्ज हुए। यहां 2020 के मुकाबले 2021 में अपहरण के मामलों में करीब 30 फीसदी का इजाफा हुआ। महाराष्ट्र के बाद अपहरण की सबसे ज्यादा वारदातें बिहार, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल में दर्ज हुईं। 2021 में देशभर में कुल 41,954 दंगे हुए। यानी, हर रोज दंगे की औसतन 114 से ज्यादा घटनाएं हुईं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 8,709 दंगे हुए। वहीं, बिहार इस मामले में दूसरे नंबर पर रहा। यहां कुल 6,298 दंगे हुए। उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु भी टॉप पांच में शामिल रहे।
बच्चों के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक घटनाएं मध्य प्रदेश में हुईं। यहां 2021 में बच्चों के खिलाफ अपराध के कुल 19,173 मामले दर्ज हुए। 2020 के मुकाबले इस तरह के मामलों में राज्य में करीब 13 फीसदी का इजाफा हुआ। महाराष्ट्र में इस तरह की वारदातों में 20 फीसदी से ज्यादा इजाफा हुआ। राज्य में बच्चों के खिलाफ अपराध की कुल 17,261 घटनाएं दर्ज हुईं।
अलग-अलग तरह के अपराध की बात करें तो आर्थिक अपराध के मामले पिछले साल 19.4% बढ़े, साइबर क्राइम में भी 5.9 फीसदी का इजाफा हुआ। मानव तस्करी के मामलों में 27.7 फीसदी का इजाफा हुआ तो बच्चों के लापता होने के मामलों में 30.8 फीसदी का इजाफा हुआ।
SC-ST के खिलाफ होने वाली अपराध की वारदातों में भी 2021 में इजाफा हुआ है। बुजुर्गों के खिलाफ होने वाली आपराधिक वारदातें भी बढ़ी हैं। 2021 में अपहरण की कुल एक लाख एक हजार 707 वारदातें हुईं। इन घटनाओं में कुल एक लाख चार हजार 149 पीड़ित थे। इनमें 86,543 महिला पीड़ित थे। कुल पीड़ितों में 69,014 पीड़ित बच्चे थे।