करहीडीह गांव में धर्मांतरण को लेकर मचा बवाल, मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
पहले रोको, फिर टोको और नहीं माने तो फिर ठोको-रतन यादव
दुर्ग। दुर्ग से लगे हुए करहीडीह गांव में लगातार धर्मांतरण का कार्य मिशनरियों के द्वारा किया जा रहा है। गांव के लोग इस समस्या से उबर नहीं पा रहे थे। विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। लगातार वीडियो न्यूजपेपर, इंटरनेट मीडिया, न्यूज चैनलों के माध्यम से रतन यादव बजरंगी के नेतृत्व को देखते हुए उन्होंने इस समस्या से निपटने के लिए बजरंग दल के रतन यादव को गांव के लोगों ने अपनी समस्या से अवगत कराया।
गांव में अभी वर्तमान में 5 परिवारों ने अपने धर्म छोड़कर क्रिश्चियन धर्म को अपना लिए हैं। बजरंग दल के रतन यादव के गांव में पहुंचते ही पूरा गांव उमड़ पड़ा। देखते ही देखते पूरा गांव में हर्ष उल्लास और उत्साह नजर आया। रतन यादव ने गांव वालों को स्पष्ट रूप से समझाइश दी है कि लालच देकर, प्रलोभन देकर, झूठा जादू टोना की जाल में फंसा कर, धर्म परिवर्तन करने के लिए जो लोग आते हैं उसका एक ही इलाज है पहले रोको, टोको और नहीं मानते हैं फिर ठोको।
धर्मपरिवर्तन पर पूर्ण विराम लगाने के लिए एकमात्र यही उपाय है। किसी भी परिस्थिति में देश में देश विरोधी ताकतों को बढ़ने नहीं देंगे। विभाजन की दृष्टिकोण से जो कार्य संचालित कर रहे हैं उसे जड़ से उखाड़ फेंकंग। करहीडीह में मातृशक्ति ज्योति शर्मा ने महिलाओं का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने समझाया किसी से डरने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे परिस्थितियों से हम निपटना जानते हैं और आप सभी बहुत शक्तिशाली है जो 5 घर धर्मांतरित हुए हैं। उसे घर वापसी जरूर करवाएंगे। धर्मांतरण को छत्तीसगढ़ में पूर्ण रूप से विराम लगाने के इस मुहिम में मुख्य रूप से इस महायज्ञ में रतन यादव के साथ रवि निगम कुशल शर्मा, कमल साव, मातृशक्ति ज्योति शर्मा, वार्ड पार्षद उषा ठाकुर, दिलीप साहू, खब्बू पंडा, विशाल ताम्रकार, साहू समाज से भीखम साहू, अश्वनी साहू, रोहित साहू, मोनू, मोहन साहू प्रफ्फुल पटेल सहित समस्त ग्रामवासी एवं बजरंग दल के सभी सक्रिय कार्यकर्ता उपस्थित थे।