बाउल गीतों ने बांधा समां

लोकगीत सुनने बड़ी संख्या में शामिल हुए लोग

  बाउल गीतों ने बांधा समां

भिलाई। हुडको कालीबाड़ी में मां काली की नई मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा की जा रही है। इसके साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। गुरुवार की शाम जी सारेगामा फेम शम्पा बिश्वास व उनकी टीम द्वारा बांग्ला लोकगीतों की प्रस्तुति दी गई। लोक कलाकारों ने बाउल वादन कर सबका दिल जीता।  बंगाली समाज के लोगों के साथ अन्य लोग भी इस सांस्कृतिक आयोजन में शामिल हुए। 


बाउल वादकों ने पारंपरिक लोक संगीत के सुर सजाए। सांस्कृतिक कार्यक्रम का आगाज शम्पा बिश्वास ने किया।  उन्होंने अपने दल के कलाकारों के साथ प्रस्तुति दी और  बंगाल के लोक संगीत से लोगों को रूबरू कराया। आयोजन में लोगों की काफी भीड़ देखी गई। हुडको सहित आसपास क्षेत्र के लोग भी लोकगीत सुनने पहुंचे थे जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थे। लोक गीतों की धुन पर सभी थिरकते हुए नजर आए।

प्रशासन के नियमों का पालन करते हुए रात 10 बजे आर्यक्रम की समाप्ति की गई। 
इस दौरान एसडी जोआद्दार अध्यक्ष, रुपक दत्ता महासचिव, तामल दास कोषाध्यक्ष, प्रदीप चक्रबर्ती प्रमुख सलाहकार, श्यामल रॉय सलाहकार, सुभांकर रॉय, निताई चक्रबर्ती मंदिर पूजारी, सुभांकर मजूमदार, सहित बबलू बिश्वास, अरुप सेनगुप्ता, सुभांकर मजूमदार, संजय मुखर्जी, संजय गुहा, संदीप दत्ता, तमल दास, सुब्रत सरकार, देबाशीश मजुमदार, मानस कर, सुदीप दास आदि सहित बड़ी संख्या में शामिल की महिलाएं उपस्थित थी।


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