Exclusive: कौन है ये नानू जो बालाघाट में दुर्ग पुलिस की रेड के पहले ही भागने में रहा सफल
बालाघाट में महादेव के ठिकाने पर दुर्ग पुलिस की कार्रवाई में 7 युवक गिरफ्तार
मास्टर माइंड अंकित ने कहा, दुर्ग पुलिस की रेड के पहले ही भागा था नानू
भिलाई। दुर्ग जिला पुलिस ने बालाघाट में चल रहे महादेव सट्टा के ठिकानों में दबिश देकर भिलाई के 2 तथा बालाघाट के 5 कुल 7 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। आरोपियों से 11 मोबाइल, 3 लैपटॉप, एक वाईफाई राऊटर सहित हिसाब-कीताब की कॉपी बरामद किया है। एंटी क्राईम, सायबर यूनिट एवं थाना भिलाई भट्टी की टीम द्वारा संयुक्त कार्रवाई की गई। वहीं मुख्य आरोपी ने बताया कि दुर्ग पुलिस के रेड के पहले ही भिलाई निवासी नानू भागने में सफल रहा। पर कौन है ये नानू ?
क्राइम डॉन को विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पांच रास्ता सुपेला निवासी नानू देवांगन के पिता धनीराम देवांगन का कोरोना काल के दौरान मौत हो गया था। नानू के पिता स्वर्गीय धनीराम काफी मेहनती थे और वेल्डिंग दुकान में कार्य करते थे। लॉकडाउन के दौरान नानू देवांगन द्वारा अवैध शराब बेचने का काम भी किया जाता था। बताया जाता है कि फरार आरोपी नानू देवांगन द्वारा काफी लंबे समय से महादेव आईडी का ऑपरेट किया जा रहा था।
मिली जानकारी के अनुसार जिला बालाघाट के बुड़ी रामनगर में महादेव बुक नंबर 233 ब्रांच का संचालन हो रहा था। विभिन्न बैंक खातों के माध्यम से सट्टे के पैसे का लेने-देन किया जा रहा था। महादेव बुक से जुड़े अन्य मोबाईल नंबरों का खुलासा हुआ है।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि महादेव आईडी ऐप के माध्यम से ऑनलाईन सट्टा का कारोबार करने वाले संदेहियों पर लगातार निगाह रखी जा रही थी। पूर्व में एंटी क्राइम सायबर यूनिट एवं थाना भिलाई भट्टी की संयुक्त टीम द्वारा ऑनलाईन सट्टा कारोबारियों के विरूद्ध कार्रवाई की गई थी। इस दौरान ऑन लाईन सट्टा महादेव एप से जुड़े अन्य व्यक्तियों के संबंध में साक्ष्य एकत्रित किया गया था। इसी क्रम में एंटी क्राइम एण्ड सायबर यूनिट व थाने की टीम को बुड़ी रामनगर जिला बालाघाट के एक मकान में, दुर्ग-भिलाई के व्यक्तियों द्वारा ऑन-लाईन सट्टा महादेव एप के संचालन की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक दुर्ग डॉ.अभिषेक पल्लव के निर्देशन में एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) संजय ध्रुव, नगर पुलिस अधीक्षक (भिलाई नगर) निखिल राकेचा (भापुसे), उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) नसर सिद्धीकी के मार्गदर्शन में एंटी क्राइम एण्ड सायबर यूनिट प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा एवं थाना प्रभारी भिलाई भट्टी निरीक्षक केके कुशवाहा के नेतृत्व में विशेष टीम बुड़ी रामनगर जिला बालाघाट के लिये रवाना की गई। टीम द्वारा जिला बालाघाट के एक किराये के मकान में दबिश देकर ऑनलाईन सट्टा महादेव ब्रांच का संचालन कर रहे 7 आरोपियों को पकड़ा गया। उक्त ब्रांच के आरोपियों के कब्जे से 3 नग लेपटॉप, 13 नग मोबाइल, एटीएम कार्ड एवं दस्तावेज जब्त किया गया जो कि ऑन लाईन सट्टे के कारोबार में उपयोग में लाया जा रहा था। हिरासत में लिये गये व्यक्तियों पर वैधानिक कार्रवाई थाना भिलाई भट्टी की जा रही है। इस कार्रवाई में थाना भिलाई भट्टी से उप निरीक्षक आर.डी.गेन्ड्रे एवं एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट से सउनि शमित मिश्रा, प्र.आर.चंद्रशेखर बंजीर, सत्येन्द्र मंढरिया, आरक्षक प्रदीप सिंह, नितिन सिंह, धीरेन्द्र यादव, विक्रान्त कुमार, जावेद हुसैन की सराहनीय भूमिका रही।
बालाघाट से गिरफ्तार किए गए आरोपी
अंकित मेश्राम पिता विजय मेश्राम उम्र 28 वर्ष पता पांच रास्ता हनुमान मंदिर के पास सुपेला भिलाई, आशीष मेश्राम पिता विजय मेश्राम उम्र 20 वर्ष पता ग्राम सावरीकला मोहजरी लांझी जिला बालाघाट, शोभित गुप्ता उर्फ विक्की गुप्ता पिता राजू गुप्ता उम्र 26 वर्ष पता पांच रास्ता हनुमान मंदिर के पास सुपेला भिलाई, नरेन्द्र सहारे पिता हेमराज सहारे उम्र 20 वर्ष पता ग्राम सावरी थाना लांझी जिला बालाघाट, हर्ष सोनी पिता रामलाल सोनी उम्र 22 वर्ष पता ग्राम पोपट भानेगांव थाना लांझी जिला बालाघाट, ललित पटेल पिता नीलाजी पटेल उम्र 24 वर्ष पता ग्राम शेरपार थाना बारासिवनी जिला बालाघाट म.प्र. तथा कपील बिसई पिता दुर्गा प्रसाद बिसई उम्र 24 वर्ष पता ग्राम शेरपार थाना बारासिवनी जिला बालाघाट को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
राजा गुप्ता के कहने पर शुरू किया था सट्टे का कारोबार
मुख्य आरोपी अंकित मेश्राम ने बताया कि वो राजा भैय्या उर्फ राजा गुप्ता के साथ आकाशगंगा सुपेला भिलाई में काम करता था। उसी के कहने पर अंकित ने सट्टे का काम शुरू किया था। बालाघाट में उसका नानी घर है और दूसरा आरोपी आशीष मेश्राम उसका भाई है जो बालाघाट में ही रहता था। जबकि अंकित मेश्राम का घर भिलाई के पांच रास्ता सुपेला में है। आशीष मेश्राम ने बालाघाट में ऑन लाईन सट्टा खिलाने किराये घर दिलवाया था। बालाघाट में युवकों की भर्ती भी आशीष ने ही करवाया था। काम करने वाले लड़कों को 10 से 15 हजार रुपए के वेतन पर रखा गया था। अंकित मेश्राम ने पत्रकारों के समक्ष कहा कि दुर्ग पुलिस के बालाघाट पहुंचने के कुछ देर पहले ही भिलाई सुपेला निवासी नानू पिता धनिराम देवांगन को फोन आने पर वह मौके से भाग गया। बताया जाता है कि नानू सुपेला भिलाई में पहले जूस बेचने का काम करता था।
चेलानी ब्रादर्स सहित 6 लोग गए थे दुबई
भिलाई पांच रास्ता सुपेला निवासी आरोपी शोभित गुप्ता उर्फ विक्की गुप्ता ने बताया कि महादेव ऑन लाईन सट्टा के लिए काम करने वह चार माह पहले 15 से 20 दिन के लिए दुबई गया हुआ था। मगर पुलिस की कार्रवाई होते देख वह बहाना बनाकर वापस भारत आ गया। कुल 6 लोग दुबई गए थे, जिसमें कमल चेलानी, गोपाल चेलानी, सेक्टर-6 का चन्द्राकर आदी शामिल हैं। दुबई जाने से पहले यह सभी सुपेला के घड़ी चौक में एक_ा हुए थे।