पहाड़ में छिपा बैठा था रेप का आरोपी, जेल से पेशी में जाने के दौरान पुलिस को चकमा देकर हो गया था फरार
प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक हिरऊराम मरकाम, प्रधान आरक्षक सुदर्शन मरई, प्रधान आरक्षक रामखिलावन मंडावी, आरक्षक भरत साहू, ओमप्रकाश को निलंबित
कांकेर। कोर्ट से जेल दाखिल करते समय पुलिस वालों को चकमा देकर एक कैदी फरार हो गया था. जिसे 31 घंटे बाद कांकेर के गढ़िया पहाड़ से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. कोर्ट से जेल दाखिल करते समय कैदी भाग कर गढ़िया पहाड़ में छुप कर बैठा हुआ था. गुरुवार को विचारधीन कैदी को कांकेर जिला कोर्ट में पेश किया गया था. जहां कोर्ट से वापसी के दौरान शाम को जेल के समाने पुलिसकर्मियों को चकमा देकर कैदी भाग गया. शाम को तेज बारिश हो रही थी, उसी का फायदा कैदी ने उठाया. कैदी का नाम मोहनीश कोडोपी था, जो रेप के मामले में विचारधीन बंदी था. टीआई शरद दुबे ने बताया कि "मोहल्लेवासियों की सूचना पर पुलिस ने जेल दाखिल करते समय फरार हुए विचारधीन कैदी को पहाड़ से पकड़ा है. फरार बंदी के खिलाफ कांकेर थाना में अपराध पंजीबद्ध है. उसके घर और अन्य संभावित ठिकानों पर पुलिस लगातार दबिश दे रही थी. पुलिस टीम ने पहाड़ पर उसकी तलाशी की, जहां से उसे बरामद किया गया है." दुष्कर्म मामले के आरोपी विचाराधीन बंदी के फरार होने के मामले को कांकेर पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल संज्ञान में लिया है. एसपी ने सुरक्षा में लगे प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक हिरऊराम मरकाम, प्रधान आरक्षक सुदर्शन मरई, प्रधान आरक्षक रामखिलावन मंडावी, आरक्षक भरत साहू, ओमप्रकाश को निलंबित किया है.