जहां श्री राम कथा का गुणगान होता है, वहां प्रभु खुद दर्शन देते हैं :- इंद्रश्रेवर देव महराज

ग्राम भरचट्टी रेवे में श्री राम कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन, किसान नेता हुए शामिल

जहां श्री राम कथा का गुणगान होता है, वहां प्रभु खुद दर्शन देते हैं :- इंद्रश्रेवर देव महराज

बेमेतरा,  विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भरचट्टी रेवे में वृंदावन धाम से पधारे आचार्य इंद्रदेश्वरानंद महाराज के सानिध्य में श्री राम कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का धार्मिक परंपरा के साथ शुभारंभ हुआ। सुबह सैकड़ो महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली, गांव में भ्रमण पश्चात में आयोजन स्थल पर समापन हुआ । कथा के प्रथम दिवस आयोजन समिति के सदस्य किसान नेता योगेश तिवारी पूजा अर्चना कर क्षेत्रवासियों की खुशहाली व समृद्धि की कामना किया । प्रथम दिवस इंद्रदेश्वरानंद महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं से कहा कि ईश्वर सर्वत्र है ।  कण-कण में ईश्वर व्याप्त है कोई भी ऐसा कर्म ना करें, जिससे ईश्वर से मुंह छुपाना पड़े । साधना, उपासना और ध्यान के लिए शरीर को कष्ट देने की जरूरत नहीं है । शरीर को बिना कष्ट दिए एकाग्र चित्त होकर ईश्वर का भजन कीर्तन करें । कथा के श्रवण मात्र से बुरे लोगों में बदलाव आने लगता है इसलिए कहा गया है कि श्री राम कथा के श्रवण से ही सारे पाप नष्ट हो जाते हैं । श्री राम कथा से ही जीव का कल्याण है। जहां श्री राम कथा का गुणगान होता है, वहां प्रभु खुद दर्शन देते हैं। श्री राम कथा में प्रभु श्री राम ने विश्व कल्याण के लिए जो संदेश दिया है उसकी आज समाज को जरूरत है। हमें हमेशा प्रभु सिमरन के साथ जोड़कर जीवन व्यतीत करना चाहिए। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम अपने हर रिश्ते को पूरी जिम्मेदारी व निष्ठा से निभाया । जो आज भी मानव जीवन के लिए प्रासंगिक है । 

युवा पीढ़ी को श्री राम कथा से जोड़ना जरूरी

इस अवसर पर योगेश तिवारी ने कहा कि श्री राम कथा से हम समाज में फैली हुई कुरीतियों से हमेशा दूर रह सकते हैं। युवा पीढ़ी को श्री राम कथा के साथ जोड़ना चाहिए । तभी मजबूत समाज की स्थापना होगी । इस अवसर पर जनजागरण समिति आयेजन समिति के सदस्य योगेश तिवारी किसान नेता दिलीप निषाद तबलघोर, पिंटु सिन्हा रेवे, बुधऊराम साहू भरचट्टी, लतखोर साहू, बाबूराम साहू, पांडू राम कुंजाम बेरला, बल्ला राम साहू, कुमारधर सिन्हा बेरला, ललहु राम साहू, लाला राम साहू, कुंभलाल निषाद तबलघोर हेमन्त निषाद, डोमन लाल साहू परपोड़ा समेत हज़ारों श्रद्धालुओं ने कथा वाचन किया ।