आयुर्वेदिक बताकर खपाया जा रहा था मिलावटी दवाएं, 10 करोड़ का माल जब्त

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने फैक्ट्री में मारा छापा

आयुर्वेदिक बताकर खपाया जा रहा था मिलावटी दवाएं, 10 करोड़ का माल जब्त

उज्जैन में निर्माण दिखा कर रायपुर में अवैध तरीके से की जा रही थी पैकेजिंग 

रायपुर। आम लोग एलोपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट की वजह से आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज कराना चाहते हैं। इस मौके का फायदा उठाते हुए कारोबारियों ने एलोपैथिक दवाएं मिलाकर जल्द स्वास्थ्य लाभ देने का दावा करते हुए मिलावटी दवा को बेच रहे थे। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अफसरों की टीम ने नकली दवा फैक्ट्री पर छापा मार करीब 10 करोड़ रुपए का माल जब्त किया है। बताया जाता है कि आयुर्वेदिक बताकर मिलावटी दवाएं बनाने का कार्य इस फैक्ट्री में किया जाता था। लाखों लोगों को जब  मिलावटी आयुर्वेदिक दवा का सप्लाई किया जा चुका है। रायपुर की 4 अलग-अलग दुकानों, एजेंसी में ये छापेमार कारर्वाई की गई। इस छापेमार कारर्वाई में अब तक 25 बोरे से ज्यादा माल जब्त किया जा चुका है। 
मिली जानकारी के अनुसार विभाग के अधिकारी, सहायक ड्रग कंट्रोलर बसंत कौशिक को आयुर्वेदिक औषधि के नाम पर एलोपैथिक दवाएं बेचे जाने की शिकायतें मिल रहीं थीं। इसके बाद विभाग के डॉ. परमानन्द वर्मा, किशोर ठाकुर ,राम ब्रिजेश की एक स्पेशल टीम जांच के लिए निकली। अधिकारियों ने पहले तो ग्राहक बनकर सिमगा में शारदा मेडिकल स्टोर गए। वहां दवाओं के बारे पूछा फिर टीम ने दुकान के भीतर जाकर छापा मारा। दुकान के भीतर कारोबारी ने अपनी प्रॉपर्टी में पूरा सेटअप लगा रखा था। करोड़ो की फर्जी दवा का स्टॉक मिला, इसे पूरे प्रदेश और आस-पास के राज्यों में भी बेचा जा रहा था।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम ने शारदा मेडिकल स्टोर से मिली दवा को कालीबाड़ी स्थित शासकीय औषधि परीक्षण प्रयोगशाला में टेस्ट किया जांच में एलोपैथिक दवाइयां डिक्लोफेनिक एवं असक्लोफेनिक की मात्रा पाई गई है। विभागीय अफसरों के मुताबिक जो एलोपैथिक दवाओं की मात्रा सैंपल्स में मिली हैं उसका स्वास्थ्य पर बहुत गंभीर बुरा असर पड़ता है।

इन जगहों पर टीम ने मारा छापा
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की इस कारर्वाई में रायपुर और आसपास के कुछ मेडिकल एजेंसीज में छापे मारे गए हैं। रायपुर के शंकर नगर में गीतांजलि नगर स्थित बजरंग आयुर्वेदिक एजेंसी में भी अफसरों ने जांच की। यहां से 12 लाख 66 हजार टेबलेट मिले हैं, जिनकी बाजार में कीमत 2 करोड़ है। इसी इलाके में याशिका ट्रेडिंग एवं मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के स्टोर और बीरगांव स्थित वेयरहाउस से भी लाखों का सामान मिला है। सिमगा की शारदा मेडिकल स्टोर से 5 करोड़ की गोलियां और इन्हें तैयार करने की चीजें बरामद की गई है।
अफसरों ने बताया कि उज्जैन में निर्माण दिखा कर रायपुर में अवैध तरीके से दवा बनाई जा रही थी और इसकी पैकेजिंग की जा रही थी। छापेमार कारर्वाई में 11 औषिधि निरीक्षक सहित 20 अधिकारी शामिल थे। नीरज साहू, सुरेश साहू, टेकचंद, परमानंद, लक्ष्मी कौशिक, श्रुति, ओमप्रकाश एवं बलौदा बाजार तथा दुर्ग जिले के खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारी इस मामले की जांच में जुटे हुए हैं।