भू-माफिया सहित तीन आरोपी गिरफ्तार,बैंक मैनेजर से मिलीभगत कर रेलवे ठेकेदार के नाम लोन लेकर किया ठगी
बिलासपुर। जमीन विवाद पर मां-बेटे का अपहरण कर बंधक बनाकर मारपीट और गुंडागर्दी कराने के मामले से चर्चा में आए जमीन कारोबारी भू-माफिया नरेंद्र मोटवानी व उसके दो साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मोटवानी ने बैंक मैनेजर से मिलीभगत कर रेलवे ठेकेदार के नाम से फर्जी तरीके से 14 लाख रुपए का बैंक लोन ले लिया। इस प्रकरण में बैंक मैनेजर अब भी फरार है। मामला कोटा थाना क्षेत्र का है।
थाना प्रभारी दिनेश चंद्रा से मिली जानकारी के अनुसार उसलापुर निवासी अजय सिंह (44) रेलवे में ठेकेदार हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया था कि शुभम विहार में रहने वाले कौशल सिंह ने साल 2016 शुभम विहार में जमीन दिखाई थी। जमीन पर मकान बनाने के लिए उसने कोटा स्थित सेंट्रल बैंक से लोन दिलाने की बात भी कही थी। उसने बैंक मैनेजर मनीष तिवारी से मिलवाया।
बैंक के मैनेजर ने जमीन के दस्तावेज लेकर प्रक्रिया पूरी करने की बात कही। बाद में बैंक मैनेजर ने मिलीभगत कर गोविंदा कंस्ट्रक्शन के भागीदार व सरजू बगीचा मसानगंज निवासी राजेश सिंह और तोरवा के भू-माफिया नरेंद्र कुमार मोटवानी ने उनसे कुछ जरुरी दस्तावेज लिए और लोन के लिए टालमटोल करते रहे। बाद में उन्हें पता चला कि, उनके नाम से बैंक से 14 लाख का लोन निकाल लिया गया है। आरोपियों ने उनके फर्जी हस्ताक्षर कर उनकी जानकारी के बिना ही आधार कार्ड, पैन कार्ड के जरिए फर्जी दस्तावेज तैयार किया और गोविंदा कंस्ट्रक्शन के नाम पर लोन सेक्शन कराकर उसे हड़प लिया। कोटा पुलिस ने मामले की जांच के बाद चर्चित भू-माफिया नरेंद्र मोटवानी, राजेश सिंह ठाकुर, कौशल सिंह और बैंक मैनेजर मनीष तिवारी के खिलाफ धारा 120 (बी), 420, 467, 468, 471, 34 के तहत केस दर्ज किया था।
कोटा पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच की। इसके बाद आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। लेकिन, सभी आरोपी फरार हो गए थे। लिहाजा, पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। गुरुवार को पुलिस को पता चला कि आरोपी नरेंद्र मोटवानी अपने घर में है, तब दबिश देकर पुलिस ने उसे दबोच लिया। इसी तरह सरजू बगीचा मसानगंज से राजेश सिंह ठाकुर और कौशल सिंह निवासी शुभम विहार को भी गिरफ्तार कर लिया।