छत्तीसगढ़ के इस श्मशान घाट में यूपी और बिहार से तांत्रिक बुलाकर चल रहा था झाड़ फूंक का काम, पुलिस ने कई लोगों को किया गिरफ्तार
ग्रामीणों के हंगामे के बाद पहुंची पुलिस

बिलासपुर। उत्तरप्रदेश और बिहार से पंडित बुलाकर तांत्रिक क्रिया करा रहे 6 से ज्यादा लोगों को ग्रामीणों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले किया है। बलि का आरोप लगाकर बड़ी संख्या में भीड़ ने जमकर हंगामा मचाया। मामला कोना थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के अनुसार 4-5 पुजारी श्मशान घाट के पास पीपल पेड़ के नीचे एक लड़की को बैठाकर पूजा-पाठ कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस पहुंची। बवाल के बीच पुजारी और पूजा कराने वालों को पकड़कर थाने ले आई। उनके खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। कोनी टीआई किशोर केंवट के अनुसार ग्राम निरतू के लोगों ने गांव के बाहर पीपल पेड़ के नीचे तंत्र-मंत्र और बलि का आरोप लगाकर थाने में सूचना दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तब पीपल पेड़ के नीचे एक लड़की के साथ महिलाएं थीं। वहां पुजारी भी थे, जो पूजा-पाठ कर रहे थे। पूछताछ में पता चला कि चकरभाठा क्षेत्र के ग्राम छतौना निवासी राकेश कौरव (50 साल) की बेटी बीमार रहती है, जिसका वो इलाज करा रहा है। लेकिन, उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
इस पर उसे किसी ने पूजा-पाठ कराने की सलाह दी थी। गांव के लोगों का आरोप है कि पीपल पेड़ को कुल्हाड़ी से काटकर कील ठोका जा रहा था। रात में इस तरह से लोगों के साथ पुजारियों के बीच लड़की को देखकर उन्हें बलि की आशंका हुई। इसके बाद मौके पर गांव के लोगों की भीड़ जुटी। मामले में पुलिस ने बताया कि भीड़ के बीच से सभी को पुजारियों को छुड़ाकर थाने लाया गया। इसमें छतौना निवासी राकेश कौरव, नरसिंहपुर के चिचौली निवासी आकाश कौरव (32 साल), उत्तरप्रदेश के देवरिया जिले के रूद्रपुर निवासी पुजारी योगेश पांडेय (32 साल) को हिरासत में लिया गया। इसके साथ ही पंडित नितेश पांडेय (24 साल), विश्वजीत पांडेय (23 साल), विशाल पांडेय (27 साल) और बिहार के चंपारण लाहोरिया के देवरा निवासी सनिश पांडेय (45 साल) को हिरासत में लिया है।