जमीन विवाद में नजदीकी रिश्तेदारों ने की युवक की हत्या
रायगढ़। जिले में जमीन विवाद में युवक की हत्या कर दी गई थी। लैलूंगा थाना क्षेत्र में हुए अंधे कत्ल का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने खुलासा किया है कि नजदीकी रिश्तेदारों ने ही युवक को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था। इस मामले में पुलिस ने मृतक की चचेरी बहन और भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य आरोपी फरार है, जिसकी सरगर्मी से तलाश जारी है। इस महीने 2 अगस्त को साप्ताहिक बाजार लैलूंगा के आगे चारगोडा रोड पर तालाब के पास एक अज्ञात युवक की लाश मिली थी। पुलिस ने युवक की शिनाख्त के लिए आसपास के लोगों से जानकारी ली। वहीं अपने मुखबिर भी फैला दिए। इसी बीच पुलिस को पता चला कि बाजार पारा लैलूंगा का रहने वाला शेखर महंत पिछले कुछ दिनों से लापता है। इसके बाद पुलिस ने शेखर के परिजनों को मामले की सूचना दी। शेखर की पत्नी गीता महंत और परिवार के सदस्यों ने मृतक का कपड़ा देखकर उसकी शिनाख्ती की। परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह 28 जुलाई की शाम से घर से लापता था। उन्होंने कहा कि मृतक की चचेरी बहन और भतीजे से उनका जमीन विवाद चल रहा था। तब पुलिस ने परिजनों के शक के आधार पर दोनों की तलाश शुरू की। हत्याकांड में 3 लोग थे शामिल इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि घटना की शाम मृतक का भतीजा जितेंद्र और एक अन्य युवक तालाब के पास देखे गए थे। ऐसे में पुलिस ने संदेही जितेंद्र और उसके साथी को हिरासत में लिया। उनसे कड़ी पूछताछ की गई। सख्ती से पूछताछ करने पर जितेंद्र ने बताया कि इस योजना में वह अकेला नहीं है, बल्कि उसकी बुआ मोगरा महंत भी शामिल है। इस हत्याकांड में जितेंद्र महंत, मोगरा महंत और देवनारायण महंत के शामिल होने की बात आई।
आरोपी जितेंद्र महंत ने पुलिस को बताया कि उसके चाचा यानी मृतक शेखर महंत का उसके बड़े भाई अर्जुन महंत, संजू दास, बहन अमीना दास, संगीता दास और बुआ मोगरा महंत के साथ शामिलात खाते की जमीन का विवाद चल रहा था। जिसके चलते आए दिन परिवार में झगड़ा होता था। यही वजह रही कि शेखर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई गई। इस योजना की मास्टरमाइंड उसकी बुआ मोगरा महंत है। फिलहाल पुलिस ने मोगरा महंत और जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं एक अन्य आरोपी देवनारायण महंत की तलाश जारी है।