रविशंकर स्टेडियम दुर्ग में 1 से 13 दिसंबर तक अग्निवीर रैली का आयोजन
अग्निवीर भर्ती रैली में उम्मीदवारों की योग्यता ही तय करेगी उनका चयन: कलेक्टर
-13 दिन के भर्ती प्रक्रिया में लगातार अपनी सेवाएं देंगे जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारी व कर्मचारी
- भर्ती के लिए उपस्थित होने वाले लगभग 70 हजार युवाओं के लिए उचित प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन के स्पष्ट निर्देश
- भर्ती संबंधी जानकारी व अन्य आवश्यकता के लिए कंट्रोल रूम नंबर व अन्य जारी किए गए नंबरों पर संपर्क करें उम्मीदवार
-मोबाईल शौचालय के साथ-साथ सफाई व्यवस्था के मद्देनजर रखते हुए 200 अस्थाई शौचालयों का किया गया निर्माण
दुर्ग। भारतीय थल सेना में भर्ती हेतु रविशंकर स्टेडियम दुर्ग में 01 से 13 दिसंबर तक अग्निवीर रैली का आयोजन होना है। जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त जिलों से लगभग 70 हजार युवाओं की उपस्थिति संभावित है। उपस्थित होने वाले युवाओं के उचित प्रबंधन के लिए आज जिला प्रशासन के द्वारा मानस भवन दुर्ग में कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के मार्गदर्शन में विभागों को सौंपा गए दायित्व की वस्तुस्थिति पर चर्चा की गई। बैठक में उपस्थित विभागाध्यक्ष को अपर कलेक्टर श्री अरविंद एक्का ने सौंपे गए दायित्वों को जिम्मेदारी पूर्ण निर्वाह करने के लिए निर्देशित किया। जिला प्रशासन द्वारा नगर निगम, लोक निर्माण विभाग, शिक्षा विभाग व अन्य विभागों के संबंधित अधिकारियों से बिंदुवार तय किए गए योजनाओं के क्रियान्वयन संबंध में जानकारी मांगी गई और सभी दिए गए निर्देश को समय सीमा पर प्रतिपादित करने के लिए कहा गया। इस अवसर पर जिले में दायित्व सौंपा गये संबंधित अधिकारियों को एक दूसरे के साथ तथा भर्ती का आयोजन करवाने वाली सेना के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए कहा गया ताकि बेहतर परिणाम मिल सके। जिला प्रशासन दुर्ग द्वारा उम्मीदवारों के निः शुल्क भोजन एवं आवास की व्यवस्था सेठ रतनचंद सुराना कॉलेज दुर्ग में की गई है। भर्ती प्रक्रिया में प्रतिदिन 6 हजार उम्मीदवार शारीरिक परीक्षण के लिए अपनी उम्मीदवारी दर्ज कराएंगे।
मोबाइल टायलेट व अस्थाई शौचालय व्यवस्था- अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में आए हुए उम्मीदवारों को दैनिक दिनचर्या में किसी प्रकार का व्यवधान न हो इसके लिए अस्थाई और मोबाइल टायलेट के माध्यम से बेहतर प्रबंधन करने का प्रयास किया गया है। अभ्यर्थियों की आवास के जगह में 65 और भर्ती स्थल पर 60 अस्थाई शौचालयों का निर्माण किया गया है। इसके अलावा अवश्यकता अनुसार मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था विभिन्न स्थानों पर की की गई है। संबंधित अधिकारियों को पर्याप्त पानी एवं साफ-सफाई की उचित व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं।
स्क्रीनिंग सेक्शन- गाइड लाइन के अनुरूप उम्मीदवारों के दस्तावेज से लेकर शारीरिक परीक्षण के लिए स्थल पर अलग-अलग स्क्रीनिंग सेक्शन रखे गए हैं। ताकि उम्मीदवार क्रमवार प्रक्रिया को अपनाकर सुगम तरीके से भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो सके।
अग्निशमन दल भी रहेगा उपस्थित- किसी अनहोनी की स्थिति में आग से निपटने के लिए भी जिला प्रशासन द्वारा स्थल को तैयार किया गया है। जिसके लिए अग्निशमन दल को अग्निशामक गाड़ी और यंत्र के साथ मौके पर मौजूद रहेगी।
भोजन के लिए 53 रसोइयों का प्रबंध- अग्निवीर भर्ती में आने वाली लगभग 70 हजार उम्मीदवारों कि भोजन व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन ने विभिन्न विद्यालयों के लगभग 53 रसोइयों की ड्यूटी भोजन व्यवस्था के लिए स्थल पर लगाई है ताकि उम्मीदवारों को समय सीमा में भोजन उपलब्ध कराया जा सके।
कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने अग्निवीर भर्ती रैली स्थल का निरीक्षण भी किया जहां उन्होंने भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने वाले युवाओं के प्रबंधन के संबंध में संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने स्वास्थ, पानी, साफ-सफाई युवाओं के रहने की व्यवस्था व भोजन से संबंधित प्रबंधन में कोई कमी न हो इसके संबंध में संबंधित अधिकारी को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया। उन्होंने भर्ती स्थल में युवाओं को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मुहैया कराने के लिए इंटरनेट सुविधा के साथ कम्प्यूटर की व्यवस्था, नोटरी, फोटोकॉपी, आधार कार्ड व अन्य पहचान पत्रों और वांछित दस्तावेजों के लिए भी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए उपस्थित संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। कलेक्टर ने अपने स्पष्ट शब्दों में युवाओं को सलाह दी है कि भर्ती प्रक्रिया उम्मीदवारों के योग्यता पर निर्भर है, इसे लेकर वो भ्रमित न हो। किसी भी दुविधा की स्थिति में वो दिए गए कंट्रोल रूम नंबर व उपलब्ध कराए गए अन्य नंबर में संपर्क कर सकते हैं। सेना के सभी अधिकारियों ने व्यवस्थाओं को देखते हुए जिला प्रशासन की तैयारियों को सराहा।
इस दौरान एस.पी. डॉ अभिषेक पल्लव, कर्नल आर. रमेश, डिप्टी कलेक्टर जागेश्वर कौशल, जिला रोजगार अधिकारी आर. के. कुर्रे उपस्थित थे।