वकील ने बेटी के सामने पत्नी और सास उतारा मौत के घाट

वकील ने बेटी के सामने पत्नी और सास उतारा मौत के घाट

रायपुर। एक वकील ने लोहे की रॉड पत्नी और सास के सिर पर दे मारी। जिससे मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। मामला डीडी नगर थाना क्षेत्र का है।
रिंग रोड से लगे मैना रेस्टोरेंट के पीछे बनी रिहायशी कॉलोनी में यह वारदात हुई है। वकील अपने परिवार के साथ पास ही रह रहा था। फिलहाल सामने आई जानकारी के मुताबिक वकील का नाम सौरभ उपाध्याय है। जांच से जुड़े अफसरों ने बताया कि सौरभ का अपनी पत्नी से विवाद चल रहा था। अफसरों ने बताया कि आए दिन परिवार के बीच कई बातों को लेकर विवाद भी हुआ करता था। गुरुवार की दोपहर तीनों के बीच बहस बढ़ गई। झुंझलाकर सौरभ ने लोहे की रॉड से पत्नी और सास पर हमला कर दिया। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई थी।
पुलिस ने बताया कि आरोपी सौरभ हत्या करने के बाद अपनी बेटी को लेकर थाने चला गया। वहां थाने के स्टाफ कुछ समझ नहीं पाया। मगर आरोपी जाकर बेंच पर बैठा और बोला-मैंने अपनी पत्नी और सास का अभी मर्डर किया है। सरेंडर करने आया हूं। ये सुनकर पुलिस की टीम फौरन सौरभ की पत्नी के घर गई, वहां लाशें पड़ीं थीं। इस बीच अब तक की पूछताछ में सौरभ ने बताया कि पत्नी से बहस के बाद उसने कूलर स्टैंड के लिए लगे लोहे के रॉड को निकाला और पत्नी के सिर पर दे मारा, बीच-बचाव करने सास आई तो उसे भी नहीं छोड़ा और उसके सिर पर भी ऐसे ही हमलाकर दोनों की हत्या कर दी।
सौरभ और मनिषा की शादी करीब 7 साल पहले हुई थी। दोनों की 5 साल की बेटी है। शादी के कुछ वक्त तक तो दोनों के बीच रिश्ते ठीक थे, मगर इसके बाद दोनों के बीच तकरार बढऩे लगी। बढ़ते हुए झगड़ों से तंग आकर मनीषा ने मां के घर जाकर रहने का फैसला कर लिया।
पुलिस के मुताबिक सौरभ और उसकी पत्नी मनीषा के बीच विवाद 6 साल पुराना है। खबर है कि इनकी बच्ची की तबीयत खराब रहती थी। उसकी देखभाल को लेकर दोनों के बीच विवाद होता था। बीच-बीच में मनीषा के मायके जाकर सौरभ बेटी से मिलता था। पति-पत्नी के बीच विवाद की शिकायत पहले डीडी नगर थाने और बाद में महिला थाने में की गई थी। अक्सर दोनों काउंसिलिंग और बेटी की कस्टडी के मसले को लेकर थाने जाया करते थे। मौके पर जांच के लिए पहुंची फॉरेंसिक टीम ने लाशों का मुआएना किया। करीब 5 से 6 फीट के दायरे में खून बिखरा हुआ था। मनीषा और उसकी मां रमा के सिर पर हुए हमले की वजह से दोनों के शव लहूलुहान थे।