मकान निर्माण के बाद भी सड़क पर बिखेरकर रखा मलबा, निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने निरीक्षण के दौरान कार्रवाई के दिए निर्देश

मकान निर्माण के बाद भी सड़क पर बिखेरकर रखा मलबा, निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने निरीक्षण के दौरान कार्रवाई के दिए निर्देश

भिलाई नगर/ नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र अंतर्गत आज अपने नियमित सुबह निरीक्षण के दौरान आयुक्त औचक दौरा करने वार्ड क्रमांक 18 कांट्रेक्टर कॉलोनी पहुंचे। उन्होंने पूरे वार्ड एवं मोहल्ले का निरीक्षण किया। लगभग 2 घंटे तक उन्होंने गली, मोहल्ले सभी स्थानों पर निरीक्षण किया। आयुक्त ने देखा कि मकान निर्माण होने के पश्चात इसके मलबे को सड़क के किनारे मकान मालिक द्वारा ऐसे ही खुले में छोड़ दिया गया है, उन्होंने कहा कि मकान मालिक को मलबा हटवाने के निर्देश दें तथा समझाइश देने के बाद भी नहीं मानने पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई करें और मलबा हटवाए। उल्लेखनीय है कि निगम आयुक्त लोकेश चंद्राकर ने पूर्व में भी निर्माण एवं विध्वंस के मलबे को सड़क किनारे सड़क बाधा करते हुए नहीं रखने की अपील की है और ऐसे लोग जो नहीं मान रहे हैं उन पर जुर्माना की कार्रवाई भी की जा रही है तथा मलबा को हटाने का काम भी किया जा रहा है। सड़क किनारे मलबा पड़े होने के कारण आवागमन में बाधा के साथ ही दुर्घटना की संभावनाएं बढ़ जाती है तथा गंदगी का आलम नजर आता है इसके साथ ही यह नाली को जाम कर देता है जिससे नाली सफाई में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इन सभी कारणों को देखते हुए निर्माण व विध्वंस के मलबे को हटाने की कार्यवाही की जा रही है। बोरिंग नंबर 1 से लेकर बजरंग चौक लाइन पांडे होटल के पीछे सत्संग रोड लाइन क्षेत्र में आयुक्त ने सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। सत्संग रोड लाइन में मैदान की सफाई एवं सौंदर्यीकरण करने के निर्देश उन्होंने अधिकारियों को मौके पर दिए। समीपस्थ उद्यानों का निरीक्षण भी उन्होंने किया और पौधे रोपित करने कहा। इस दौरान व्यापक रूप से साफ, सफाई रखने के निर्देश उन्होंने दिए। वही आयुक्त ने कहा कि जल जनित बीमारियों की रोकथाम के उपाय नियमित रूप से जारी रहे, इसके लिए जन जागरूकता अभियान भी चलाया जाए। इधर शहर में सार्वजनिक एवं शासकीय स्थानों पर लगे हुए अवैध पोस्टर, पांपलेट आदि को निकालने का काम किया जा रहा है। आज के निरीक्षण के दौरान जोन आयुक्त मनीष गायकवाड, जोन स्वास्थ्य अधिकारी अंकित सक्सेना, स्वच्छता निरीक्षक कमलेश द्विवेदी एवं सुपरवाइजर वेदप्रकाश टंडन आदि मौजूद रहे।