जिला अस्पताल दुर्ग के रैनबसेरा में रहकर शहर में करता था चोरी, टाटा एस वाहन खोजने निकली पुलिस को मिली बड़ी सफलता

2  आरोपियों से चोरी की एक टाटा एस वाहन और 3 बाइक बरामद

जिला अस्पताल दुर्ग के रैनबसेरा में रहकर शहर में करता था चोरी, टाटा एस वाहन खोजने निकली पुलिस को मिली बड़ी सफलता

भिलाई। चोरी गए टाटा एस वाहन खोजने निकली मोहन नगर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनसे एक टाटा एस वाहन और तीन बाइक बरामद की गई है। रविवार को कंट्रोल रूम भिलाई में आयोजित पत्रकारवार्ता में पुलिस अधीक्षक ने चोरी का खुलाया किया है। 
ज्ञात हो कि दो दिन पहले मोहन नगर थाना क्षेत्र से दुकान के बाहर खड़ी एक टाटा एस वाहन चोरी हो गई है। इसकी शिकायत भिलाई निवासी प्रार्थी ने मोहन नगर थाने में की थी। पुलिस द्वारा चोरों की पतासाजी की जा रही थी कि इस दौरान सूचना मिली की एक व्यक्ति टाटा एस कमांक सीजी 07 बीयू-3302 को मोहन थाना क्षेत्र में लेकर खड़ा है। वाहन बेचने हेतु ग्राहक की तलाश में लगा हुआ है। इस सूचना पर एसीसीयू की टीम व्दारा घेराबंदी कर उक्त टाटा एस के साथ एक व्यक्ति को पड़का गया। पूछताछ पर उसने अपना नाम टेकराम साहू पिता डेरहाराम साहू, ग्राम देवरी, भाटापारा का होना बताया। टाटा एस के संबंध में दस्तावेज प्रस्तुत किये जाने हेतु कहने पर कोई पेश नहीं किया एवं रोजी मजदूरी के नाम से  3 माह से दुर्ग में रैनबसेरा शासकीय अस्पताल दुर्ग में रहना बताया। पूछताछ पर दो अन्य मोटर सायकल होण्डा साईन को एक माह एवं एसएस को ढाई माह पूर्व, टाटा एस को मोहन नगर थाना के पीछे दुकान के पास खड़ी थी, जिसे डूप्लीकेट चाबी से खोलकर 3-4 दिन पूर्व चोरी करना स्वीकार किया। इसी प्रकार मुखबीर की सूचना पर ही अखिलेश छत्री पिता उत्तम छत्री उम्र 33 वर्ष डिपरापारा शास्त्री चौक दुर्ग को पकड़ा जाकर इसके कब्जे से चोरी की एक हीरो स्प्लेण्डर बिना नम्बर की बरामद किया गया, आरोपी व्दारा इस वाहन को 5-6 माह पूर्व पद्मनाभपुर क्षेत्र से चोरी किया, जिसे बेचने के लिये ग्राहक तलाश कर रहा था। इस प्रकार पुलिस व्दारा आरोपियों के कब्जे से एक टाटा एस एवं 3 मोटर सायकल कुल 4 लाख रूपये की मशरूका बरामद किया गया है। इस संबंध में थाना मोहन नगर एवं पद्मनाभपुर के प्रकरण में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई में निरीक्षक संतोष मिश्रा, प्रभारी एसीसीयू, सउनि राजेश पाण्डेय, प्र. आर. नरेन्द्र सिंह, आर. नरेन्द्र सहारे, शौकत अली, बालमुकुन्द का सराहनीय योगदान रहा।