रिसाली अस्पताल में 1 अप्रैल से प्रसव के साथ ही 24 घण्टे जांच सुविधा
जीवनदीप समिति की बैठक में शामिल हुए गृह मंत्री
रिसाली। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित रिसाली के 30 बिस्तर सरकारी अस्पताल में 1 अप्रैल से प्रसव सुविधा के साथ ही बीमार जरूरतमंदों को 24 घण्टे जांच सुविधा मिलेगी। यह निर्णय दुर्ग ग्रामीण विधायक व लोक निमार्ण और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की अध्यक्षता वाली जीवनदीप समिति की बैठक में लिया गया। मंत्री ने रिसाली नगर पालिक निगम के सभागार में निकुम , उतई व रिसाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के समस्याओं और मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं पर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से चर्चा की।
मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि त्वरित इलाज और बीमार को राहत पहुँचाने के लिए अस्पताल की स्थापना की गई है। जनप्रतिनिधियों से चर्चा के बाद मंत्री ने कहा कि बीएमओ डॉ देवेंद्र बेलचंदन इस बात को सुनिश्चित करे कि डॉक्टर व अस्पताल स्टाफ निर्धारित समय पर अपनी सेवाएं दे रहे है कि नही। उन्होंने कहा कि दुर्ग जिला अस्पताल में दबाव अधिक रहता है। ऐसे में अगर सामुदायिक अस्पताल बेहतर कार्य करे तो दबाव कम होगा। गंभीर मरीज को ही जिला अस्पताल भेजें। दबाव कम होने से बेहत्तर इलाज होगा। मंत्री ने सभी अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने जनप्रतिनिधि व अधिकारियों के साथ विजिट कर मौके पर ही कार्ययोजना बनाने की बात कही। जीवन दीप समिति की बैठक में रिसाली महापौर शशि सिन्हा, उतई नगर पंचायत अध्यक्ष डिकेन्द्र हिरवानी , जनपद सदस्य रूपेश देशमुख , सभापति केशव बंछोर , स्वास्थ्य विभाग प्रभारी गोविंद चतुर्वेदी , एसडीएम मुकेश रावटे , निगम आयुक्त आशीष देवांगन , बीएमओ डॉ देवेंद्र बेलचंदन , डीपीएम ऋचा मेश्राम,डॉ पुन्ना लाल भगत , डॉ मनीषा ठाकुर , डॉ देवेंद्र बंजारे, बीईटीओ राजेन्द्र डहरिया व विनय रामटेके आदि उपस्थित थे।
30 बिस्तर अस्पताल रिसाली
नवीन अस्पताल है। संसाधन का अभाव है। 1 अप्रैल से सातों दिन 24 घण्टे सुविधा शुरू की जाए। बीएमओ डॉ देवेंद्र आवश्यक उपकरण और प्रसव व्यवस्था के लिए संसाधन पर विशेष ध्यान दे। मंत्री साहू ने निगम आयुक्तआशीष देवांगन व एसडीएम मुकेश रावटे को अस्पताल भवन के लिए 20 हजार वर्गफीट जगह चिन्हित करने निर्देश दिए।
उतई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
स्थानीय जनप्रतिनधियो के सहयोग से अस्पताल परिसर में गार्डन का निर्माण किया जाएगा। साइकिल- स्कूटर स्टैंड को व्यवस्थित तरीके से बनाया जाए। ताकि मरीज को खुला वातावरण और शुद्ध हवा मिले। प्रभारी डॉक्टर को अपने अधिनस्थ कर्मचारियों को समय पर सेवाएं देने सुनिश्चि करने कहा गया।
निकुम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
माह में एक बार दी जाने वाली सोनोग्राफी सुविधा को सप्ताह में एक बार किया जाए। 108 संजीवनी सुविधा का स्टॉपेज प्वाइंट निकुम में भी किया जाए। अस्पताल में सेवाए देने अनियमित कर्मचारी रखने कलेक्टर से स्वीकृति ली जाए। डॉक्टर की कमी को दूर करने आउटसोर्सिंग के तहत कार्य योजना बनाई जाए। स्टाफ समय पर उपस्थित है कि नही इसकी सतत मॉनिटरिंग की जाए।