दो मंत्रियों और तीन विधायकों के घरों पर हमला, इंटरनेट सेवा बंद, लगा कर्फ्यू
समाचार पत्र के कार्यालय पर भी हमला
मणिपुर। जिरीबाम जिले में तीन लोगों की हत्या के लिए न्याय की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने 16 नवंबर को इंफाल में दो मंत्रियों और तीन विधायकों के घरों पर हमला कर दिया। इसके बाद से प्रशासन ने जिले में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगा दिया। इंफाल पश्चिम, पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कांगपोकपी और चुराचांदपुर में दो दिनों के लिए इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।
अफवाहों को रोकने के लिए सात जिलों में इंटरनेट सेवा और मोबाइल सेवा पर बैन लगाया गया है। भीड़ ने लांफेल सनाकीथेल इलाके में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री सपम रंजन के आवास हमला किया है।कीशमथोंग निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलीय विधायक सपम निशिकांत सिंह के टिडिम रोड स्थित उनके आवास पर मिलने आए प्रदर्शनकारियों ने उनके स्वामित्व वाले एक स्थानीय समाचार पत्र के कार्यालय पर भी हमला कर दिया। बता दें कि शुक्रवार रात मणिपुर-असम सीमा पर जिरी और बराक नदियों के संगम के पास तीन शव मिले थे, जिनके बारे में संदेह है कि ये जिरीबाम जिले के 6 लापता लोगों के हैं। शनिवार सुबह, सूत्रों ने पुष्टि की कि दो शव बच्चों के थे और एक महिला का था।
कुकी विद्रोहियों ने लोगों का बनाया था बंधक
सूत्रों ने कहा कि जिरीबाम के बोकोबेरा इलाके से संदिग्ध कुकी विद्रोहियों के एक समूह ने महिलाओं और बच्चों को बंधक बना लिया था, जबकि विद्रोहियों का एक अन्य समूह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ गोलीबारी में लगा हुआ था। मुठभेड़ में दस संदिग्ध कुकी विद्रोहियों को मार गिराया गया था। पूर्वोत्तर राज्य में एक साल से अधिक समय से मुख्य रूप से हिंदू मैतेई (Meitei) और मुख्य रूप से ईसाई कुकी (Kuki) समुदाय के बीच लड़ाई चल रही है।
प्रदर्शनकारियों की क्या है मांग?
इंफाल पश्चिम जिले के सगोलबंद इलाके में आंदोलनकारी भाजपा विधायक आरके इमो के आवास के सामने जुटे थे। प्रदर्शनकारी तीन लोगों की हत्या के मामले में न्याय की मांग कर रहे थे। बता दें कि आरके इमो मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के दामाद हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि तीन लोगों की हत्या के मामले में 24 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।