हुडको कालीबाड़ी में गीतों और कविताओं से दी गई कवि काजी नजरूल इस्लाम को श्रद्धांजलि
भिलाई। सुर ओ बानी संगीत समूह ने रवीन्द्र निकेतन हुडको कालीबाड़ी के सहयोग से कवि काजी नजरूल इस्लाम को उनके लिखे गीतों और कविता पाठों के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अनीश सेनगुप्ता सीजीएम, यूआरएम, भिलाई स्टील प्लांट थे।
कार्यक्रम मे विद्रोही कवि काजी नजरूल इस्लाम के चर्चित और ज्ञात जीवन और उनकी साहित्यिक रचनाओं पर प्रकाश डाला गया। सुर ओ बानी के मुख्य समूह सदस्यों जॉली सेन, सुजाशा सेन, वासवती बोस, ख्याति शर्मा, संस्कृति सेन, समावी इमाम, अस्मिता मुखर्जी, जैसे उभरते गायन सितारों और उमा मित्रा, बीना साहा, जॉली चक्रवर्ती, सुबीर भट्टाचार्य, सोमाली शर्मा, समरेंद्र विश्वास, बानी चक्रवर्ती और उदय भक्त द्वारा काज़ी नज़रूल इस्लाम की प्रसिद्ध कविताएं और गीतों की प्रस्तुति दी गई।
संगीतमय शाम को तबला वादक रूद्र प्रसन्ना जेना और कीबोर्ड वादक अजीत बनर्जी ने खास बनाया। सुर ओ बानी समूह को डॉ. सुदेशना सेनगुप्ता, कला और संस्कृति क्षेत्र के शक्ति चक्रवर्ती, मणिमय मुखर्जी, मानब सेन का विशेष सहयोग रहा। गौतम सिल और सुभाशीष डे द्वारा डिजिटल और सामाजिक रूप से समर्थित किया गया था। कार्यक्रम की संकल्पना और शुरुआत सुर ओ बानी समूह के संस्थापक सुबीर रॉय के प्रयासों से की गई थी। श्री शेओलिकर, प्रभंजय चतुर्वेदी, भालचंद शेगेकर, रवीश कलगांवकर, मणिमय मुखर्जी, शक्ति चक्रवर्ती जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों की उपस्थिति से धन्य हो गई।
अन्य व्यक्तियों में स्वागता बिस्वास, सप्तऋषि सेनगुप्ता जीएम आरएसएम, धूर्जति सिन्हा जीएम आरएसएम, विशाल गुप्ता जीएम यूआरएम, रणबीर पाल, सुदीप्तो चट्टोपाध्याय जीएम आरएसएम, अरुणव बनर्जी जीएम डब्लूएमडी, श्रीमती सुमिता डे जीएम सी एंड आईटी, सुबीर दरिपा पूर्व जीएम पीआर, कनक चक्रवर्ती पूर्व जीएम सीएएस और सीडब्ल्यूपी, श्रीमती प्रणब सेनगुप्ता सहित बब्लू विश्वास, श्यामल रॉय, रूपक दत्ता, गोपाल चक्रवर्ती, संजय रॉय, रमेश मंडल आदि मौजूद थे।