दुर्ग जिला बना ठगबाजों का अड्डा, लोन बांटने वाली कई कंपनी सक्रिय

दूरदराज में ऑफिस खोल चला रहें है अपनी दुकानदारी, कानून के डंडे से बचने कोई बैनर पोस्टर भी नहीं

दुर्ग जिला बना ठगबाजों का अड्डा, लोन बांटने वाली कई कंपनी सक्रिय

दुर्ग। छत्तीसगढ़ का दुर्ग जिला ठगबाजों के लिए महफूज जगह बन गया है। जिले में कई निजी संस्था ऐसे है जो दूर दराज इलाकों में ऑफिस खोल भोलीभाली महिलाओं को व्यापार के लिए लोन बांटने का काम किया जा है। प्रशासन की कार्रवाई से बचने ऐसे कंपनी अपने ऑफिस के बाहर कम्पनी का बोर्ड भी नहीं लगाते। आप सभी को याद होगा कि दुर्ग के इंदिरा मार्केट के पास मोती की माला पिरोने के नाम पर सैकड़ों महिलाओं को लाखों करोड़ों का चूना लगाया गया था। अगर ऐसी संस्थाओं की जांच नहीं की जाती है तो ठगबाजों की दुकानदारी यूं ही चलती रही। 

आपको बता दें कि दुर्ग में गजानंद मंदिर के आगे रेलवे पटरी के किनारे, कोहका भिलाई यूको बैंक के आगे दुर्गा मंदिर के पास, सुपेला थाना भिलाई के कुछ ही दूरी पर राधिका नगर में, भिलाई 3 में पूर्व मुख्य मंत्री निवास के आगे कई ऐसे संस्था है जो लोन बांटने का काम करते है, लेकिन कानून के नजरों से बचने किसी तरह का होर्डिंग या बैनर पोस्टर नहीं लगाते। 

ज्ञात हो की छत्तीसगढ़ के छत्तीसगढ़ के जांचगीर चांपा जिले में विक्टर फाइनेंस कंपनी के असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर और फील्ड ऑफिसर ने 64 महिलाओं के साथ 2 लाख 50 हजार 840 रुपए गबन किया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज किया है।