दुर्घटनाओं से बचाव के लिए बीएसपी कर्मचारियों को आधा घंटा पहले छोड़े जाने की मांग

दुर्घटनाओं से बचाव के लिए बीएसपी कर्मचारियों को आधा घंटा पहले छोड़े जाने की मांग

भिलाई। भिलाई इस्पात मजदूर संघ (बीईएमएस) की बैठक अध्यक्ष दिनेश पांडे के नेतृत्व में मुख्य महाप्रबंधक (अनुरक्षण एवं उपयोगिताएं) बी.के. बेहरा के साथ आयोजित की गई। बैठक में संयंत्र के कर्मचारियों को हो रही विभिन्न परेशानियों पर चर्चा की गई और कई अहम सुझाव रखे गए।

बैठक में प्रदीप पाल ने मांग रखी कि बीएसपी कर्मचारियों को जनरल शिफ्ट में आधा घंटा पहले यानी शाम 5 बजे छोड़ा जाए। उनका कहना था कि गेट पर अत्यधिक भीड़ के कारण आवागमन बाधित होता है और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। कर्मचारियों को पहले छोड़े जाने से यह समस्या काफी हद तक कम होगी। उप महासचिव हरिशंकर चतुर्वेदी ने कहा कि संयंत्र के भीतर ओवरलोड और लंबी गाड़ियों के आवागमन पर रोक लगनी चाहिए। मुर्गा चौक से मेन गेट तक ट्रकों की दो लाइनें लग जाती हैं, जिससे आवागमन में दिक्कत होती है और हादसे की संभावना बनी रहती है।

उपाध्यक्ष शारदा गुप्ता ने बताया कि संयंत्र के अंदर सुअरों और गायों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कई बार रात में गायें मेन गेट पर बैठी रहती हैं, जिससे वाहन दुर्घटना की आशंका रहती है। पिछले साल इसी वजह से एक कर्मचारी की मौत भी हो चुकी है। उन्होंने पशुओं को संयंत्र परिसर से बाहर करने की मांग की। उप महासचिव वशिष्ठ वर्मा ने कहा कि कैंटीन व्यवस्था को सुधारने की जरूरत है ताकि कर्मचारियों को बेहतर भोजन और चाय मिल सके। इस पर मुख्य महाप्रबंधक ने आश्वासन दिया कि जल्द सुधार किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि ठेका श्रमिकों के शोषण को रोका जाए और उन्हें उचित वेतन व बोनस मिले।

उपाध्यक्ष विनोद उपाध्याय ने सुलभ शौचालयों की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए सुधार की मांग की। इस पर मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि 10 सुलभ शौचालय जल्द शुरू किए जा रहे हैं। बैठक में शारदा गुप्ता ने बिल्डिंग-2 में वाहन पार्किंग और बरसात के दौरान पानी निकासी की व्यवस्था सुधारने की मांग भी रखी।

बैठक में प्रमुख रूप से उपाध्यक्ष शारदा गुप्ता, विनोद उपाध्याय, आई.पी. मिश्रा, वशिष्ठ वर्मा, हरिशंकर चतुर्वेदी, प्रदीप पाल, आर.के. सोनी, मृगेंद्र कुमार, नेहरू साहू सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।