रवीन्द्र जयंती पर ऋतु रंग का मंचन

रवीन्द्र जयंती पर ऋतु रंग का मंचन

भिलाई। कला प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्था गीत वितान कला केन्द्र रूआबाधा द्वारा गुरूदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर की जयंती का आयोजन एस एन जी सभागृह भिलाई में किया गया। मुख्य अतिथि डॉ आर आर बी सिंह (कुलपति) कामधेनु विश्व विद्यालय दुर्ग, विशेष अतिथि विपिन कुमार गिरी अधिशासी निर्देशक (माइन्स) बीएसपी,  भूपेन्द्र कूलदीप (कूलसचिव) हेमचंद यादव विश्व विद्यालय,  योगेश अग्रवाल (अध्यक्ष) छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्री के द्वारा सर्वप्रथम गुरूदेव रवीन्द्रनाथ के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। आफिसर्स एसोसिएशन बी एस पी के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में विशेष रूप से डाॅ आशीष चक्रवर्ती (तबला वादक) रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय कोलकाता से आमत्रिंत अतिथि कलाकार उपस्थित थे ।

सर्वप्रथम  कार्यक्रम समन्वय श्री नरेन्द्र कुमार बंछोर ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया । इसके पश्चात संस्था के छात्रगण द्वारा चंदन तिलक लगाकर एवं सप्तपरणी पत्तों के माध्यम से अतिथिगण का स्वागत किया गया कार्यक्रम में विशेष रूप से कलाकार शक्ति चक्रवर्ती (नाट्य निर्देशक) डॉ रमेश कुमार सोनवणे, वंश बहादूर सिंह का सम्मान किया गया। इसके पश्चात टेलीविजन मिडिया के प्रमुख व्यक्ति को रवीन्द्र उत्सव स्मृति सम्मान प्रदान किया गया । साथ ही आमत्रिंत अतिथिगण को संस्था की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ रवीन्द्र प्रणती (सांग्तिक प्रस्तुति ) से किया गया । जिसमें शास्त्रीय राग पर आधारित रवींद्रसंगीत आलो आमार आलो की वादन प्रस्तुति संस्था के विद्यार्थी गण द्वारा दिया गया। साथ ही रवींद्रसंगीत के विविध भाव पर आधारित प्रेम रस, भक्ति रस, गीतांजलि काव्य एवं देशभक्ति पर आधारित रवींद्रसंगीत संस्था के गायन छात्रगण द्वारा दिया गया। प्रस्तुति की कड़ी में चित्रकला विद्यार्थी गण द्वारा प्रकृति की विविध सुन्दरता को कैनवास पर लाइव दर्शाया गया जिसमें गायन के साथ पेन्टिंग की भावी प्रस्तुति दी गई। जिसे देख कर दर्शकों ने तालियां देकर बच्चों को प्रोत्साहित किया।

इसके पश्चात नृत्य नाटिका (ऋतु रंग) को रवीन्द्रनाट्यम नृत्य शैली में प्रस्तुत किया गया जिसमें छः ऋतुओं की सुन्दरता के सकुशल भाव से मंच पर नृत्य  कलाकारों  द्वारा प्रस्तुत किया गया। जिसमें दारून अग्नि बानेरे,  मोनोमोर मेघेर शोंगी, आमार नयोनो भूलानो एले गीत पर कोरियोग्राफी किया गया। सास्कृतिक कार्यक्रम के पश्चात भिलाई- दुर्ग,  राजनांदगाँव, रायपुर के सभी कालीबाड़ी समिति, सास्कृतिक समूह जिन्होंने सहस्र कंठ कार्यक्रम में गीत वितान को सहयोग प्रदान किया उनको संस्था की ओर से मंच पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का निर्देशन मिथुन दास ने किया एवं तबले पर रूद्र प्रसाद जेना,  गिटार  डेनिल कोसारिया,  अमन बड़ाडे , की बोर्ड पर हर्ष सोनटेके, हारमोनियम पर चन्द्रा बैनर्जी,  बांसुरी पर मनीष वर्मा ने संगत किया।आलेख का पाठ जाॅली सेन  प्रबंधका पाठ बानी चक्रवर्ती द्वारा किया। कार्यक्रम का संचालन रचना श्रीवास्तव एवं धन्यवाद ज्ञापन रजनी सिन्हा ने किया।