जिला पंचायत के क्लोन चेक से 11 लाख 76 हजार रुपए पार
कैग की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
रायपुर। जिला पंचायत के चेक का क्लोन बैंक ऑफ बड़ौदा में जमा कर जालसाजों ने 11 लाख 76 हजार निकाल लिए। ठगों ने पिछले साल 2021 में 12 फरवरी से 6 मार्च के बीच एक-दो नहीं 12 अलग-अलग चेक के क्लोन यानी फर्जी चेक जमा कर थोड़े थोड़े पैसे निकाले गए ताकि बैंक वालों को किसी तरह का शक न हो। इसका खुलासा कैग की रिपोर्ट में हुआ। अब इस खुलासे के बाद पूरे विभाग में हड़कंप मचा है। प्रारंभिक जांच के बाद आनन-फानन में पुलिस में शिकायत कर दी गई है।
महालेखाकार कैग की ऑडिट रिपोर्ट में बताया गया है कि जिला पंचायत के चेक से जो रकम निकली है, उससे विभागीय तौर पर किसी को भुगतान नहीं किया गया है। पैसे व्यक्तिगत तौर से खाते से निकाले गए हैं। चेक से जो रकम निकाली गई है, उसके आहरण की इंट्री तक नहीं की गई है। इसके पहले मंडी बोर्ड और कोरिया कलेक्टोरेट में भी सरकारी पैसे फर्जी तरीके से निकाले जा चुके हैं। कैग की रिपोर्ट के बाद से अफसर हरकत में आए।
क्लोन चेक से रकम निकालने वाले इस बात को जानते थे कि ज्यादा रकम निकाली तो अफसरों को पता चल जाएगा। इसलिए फरवरी-मार्च केवल 2 महीने तक ही 12 चेक से पैसे निकाले गए। उसके बाद कैश निकालना बंद कर दिया। उसके बाद से अभी तक एक भी क्लोनिंग चेक बैंक खाते में जमा नहीं किया गया। बड़ी रकम नहीं निकलने की वजह से किसी भी अफसरों का ध्यान इस ओर नहीं गया।
कोरिया कलेक्टोरेट से भी निकली रकम
जिला पंचायत के खाते से जिस तरह से रकम निकाली, ठीक उसी तरह के क्लोन चेक से कोरिया कलेक्टोरेट से भी 1.29 करोड़ निकाले गए। अप्रैल 2022 तक 29 क्लोन चेक से यह रकम निकाली गई थी। ऑडिट रिपोर्ट के बाद यह खुलासा हुआ। पुलिस ने आनन-फानन में 29 लाख की रिकवरी की, लेकिन 1 करोड़ अभी तक सरकारी खाते में वापस नहीं आए हैं। क्लोनिंग चेक कब और कैसे तैयार किए गए, जांच की जा रही है।