दुर्ग पुलिस ने तैयार कराया Facial Recognition Software, एक Click में मिलेगी अपराधियों की कुंडली

दुर्ग पुलिस द्वारा Smart Policing एवं नवाचार के तहत एक और पहल।

भिलाई। दुर्ग जिला पुलिस ने एक साफ्टवेयर बनावाया है। इसमें एक क्लिक करते हुए अपराधियों की कुंडली मिल जाएगी। 
पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने बताया कि फेसियल रेकॉगनिशन साफ्टवेयर बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कोडिंग वाईजार्ड ग्रुप के युवा इंजीनियरियों द्वारा यह साफ्टवेयर बनाया गया है। साफ्टवेयर बनाने वाले इंजीनियरों में विपिन गौतम, शुभम भगत, प्रथम साहू, राजा सिंह, यशवर्धन सिंह शामिल हैं। किसी संदिग्ध का सिर्फ फोटो खिंचकर डालने से ही उसकी पूरी कुंडली एक चुटकी में मिल जाएगी। चेहरे के लिए 64 पाइंट्स तय किए गए है। जब किसी के फोटो को डालते हैं तो चेहरे के 64 पांइट्स का मिलान करते हुए अपराधी की कुंडली जैसे कौनसा अपराध किया है, कौन से थाने में किया है, धाराएं क्या-क्या लगी है, कौन से दिनांक को अपराध किया है, ऐसी सभी जानकारी एक चुटकी में मिल जाएगी। अगर सीसीटीवी में कोई अपराधी का चेहरा दिखता है तो उसके फोटो को साफ्टवेयर में डालते ही अपराधी का पूरा जानकारी कुछ ही सेकंड के भीतर मिल जाएगा। इससे अपराधों के रोकथाम में मदद मिलेगी। 
वर्तमान समय के परिपेक्ष्य में शहरी क्षेत्र में लगातार हो रहे अपराध की घटनाओं को देखते हुये एवं अपराधियों की त्वरित पहचान हेतु पुलिस की सहायता करने Coding Wizard Gorup द्वारा Facial Recognition Software तैयार किया गया है। Software में दुर्ग जिले के पिछले दस साल के 5000 अपराधियों का Database बनाया गया है एवं छत्तीसगढ़ राज्य के अन्य जिलों के भी अपराधियों की Entry की जा रही है। Software में जिले के सभी थानो का Account बनाया गया है जिसके माध्यम से पुलिस अपने Account से Login कर पेट्रोलिंग / रात्रीगश्त के दौरान मिलने वाले संदेही / आरोपियों का फोटो अपलोड किया जा रहा है। AI. Bot की सहायता से एक Click में अपराधियों का अपराधिक रिकार्ड तुरंत मिल जाता है। Software में संदेही / आरोपी / निगरानी / गुण्डा बदमाश की पूरी जानकारी Add किया जा रहा है। इस ओर आगे बढ़ते हुये द्वितीय चरण में video में दिखने वाले आरोपियों की भी पहचान की जा सकेगी। भविष्य में Software को I.T.M.S. के साथ जोड़ कर CCTV में रियल टाईम अपराधियों के गतिविधियों पर नजर रखी जावेंगी।