भिलाई में डायरिया से 2 की मौत, 43 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती
भिलाई। डायरिया से एक बच्ची और एक युवक की मौत बुधवार को हो गई। वहीं 43 से ज्यादा लोग उपचार के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला और बीएम शाह अस्पताल में भर्ती है। मिली जानकारी के अनुसार जेपी नगर निवासी 27 साल के युवक की बुधवार को डायरिया से मौत हो गई। वहीं कक्षा 5 वीं की छात्रा एम बांधवी की डायरिया से मौत हो गई है।
नगर पालिक निगम भिलाई के वार्ड क्रमांक 32 के जेपी नगर कैंप एक में कल शाम से की अचानक उल्टी दस्त के बाद लोग बीमार होने लगे थे और एक के बाद एक लाल बहादुर शासकीय अस्पताल सुपेला में इलाज के लिए पहुंचने लगे थे । आज शाम तक सुपेला अस्पताल में 30 की संख्या में मरीज पहुंच चुके थे । लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल के प्रभारी डॉ पीयम सिंह ने बताया कि आज सुबह कुश डहरे 27 वर्ष कैंप एक जेपी नगर कि आज सुबह 7:00 बजे अस्पताल पहुंचने पर मौत हो गई। अस्पताल में फिलहाल 30 मरीज भर्ती हैं जिनका इलाज जारी है। उन्होंने ने बताया कि शहर के अन्य अस्पतालों में भी डायरिया से पीड़ित क्षेत्र के प्रभावित लोग भर्ती हैं। बीएम शाह अस्पताल में भी डायरिया प्रभावित मरीजों के भर्ती होने की जानकारी प्राप्त हुई है इसी अस्पताल में इलाज के लिए 12 वर्षीय आदर्श नगर कैंप निवासी एम माधवी को कल भर्ती कराया गया था देर शाम को उसकी मौत हो गई। भिलाई नगर निगम के कैंप 1, 2, जेपी नगर और खुर्सीपार में डायरिया फैलने से दो लोगों की मौत के बाद दुर्ग कलेक्टर का गुस्सा फूट गया है। कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा बिना देरी किए बुधवार शाम डायरिया प्रभावित इलाकों में पहुंचे। यहां निगम की पाइप लाइन गंदी नाली से गुजरी देख उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। नाली के अंदर से नल का कनेक्शन देखकर बोले ऐसा पानी पीकर तो स्वस्थ आदमी भी बीमार हो जाएगा। इस दौरा भिलाई मेयर नीरज पाल, निगम आयुक्त रोहित व्यास सहित निगम के सभी अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर ने स्थानीय लोगों से बातचीत करते हुए गंदे पानी की सप्लाई की जानकारी ली। इसके बाद वे डायरिया से मरने वाले जेपी नगर निवासी युवक के घर पहुंचे। यहां उन्होंने परिजनों से मुलाकात की।
डायरिया से मौत की सूचना मिलते ही नगर निगम भिलाई में हड़कंप मच गया। जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जेपी मेश्राम सहित अभी शाम को निगम भिलाई महापौर, निगम कमिश्रर सहित आला अधिकारी मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे हैं। मिली जानकारी के अनुसार डायरिया संक्रमित इस क्षेत्र में लंबे समय से निगम से गंदे पानी की सप्लाई की जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि जो लोग बोर का पानी पी रहे हैं उनके घर में कोई बीमार नहीं पड़ा है। वहीं निगम के नल से पानी पीने वाले हर दूसरे घर में लोग उल्टी, दस्त की शिकायत से परेशान हैं।