देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने श्री कृष्ण की लीलाओं का किया वर्णन

देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने श्री कृष्ण की लीलाओं का किया वर्णन

भिलाई। दिव्य ज्योति सेवा समिति भिलाई द्वारा आयोजित भागवत कथा के पांचवें दिन देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज ने श्री कृष्ण की लीलाओं का वर्णन किया।

श्रीमद् भागवत कथा का पांचवा दिन शुभारंभ करते हुए महाराज जी ने बताया की भगवान श्री कृष्ण के जन्म उत्सव ब्रज वासी बहुत ही धूम धाम से मनाने लगे श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का आनंद समस्त ब्रज वासियों के लिए बहुत ही आनंद मय था नित प्रतिदिन कृष्ण की लीलाओं को  लेकर आचार्य होते रहे , ग्वालो के साथ कृष्ण सखियों के घरों में  माखन चोरी किया करते थे परंतु चाह के भी भगवान कृष्ण को पकड़ नही पा रहे थे , यह जानते हुए की चोरी तो कृष्ण ने ही की है, भी फिर भी ब्रज वासी आनंदित थे, इधर कंस द्वारा कृष्ण का वध कराने पूतना को माता यशोदा के घर भेज दिया पूतना सामान्य स्त्री के रूप में घर पर प्रवेश कर छल पूर्वक स्तन पान कराने की जिद की । 
महाराज जी ने बताया की कृष्ण ने जब घर के बाहर जाकर मिट्टी खाने लगा तो ग्रामवासी  यशोदा माता को बताया की आपका कृष्ण मिट्टी खा रहा है , माता यशोदा दौड़कर गई तो देखा सचमुच कृष्ण मिट्टी खा रहा था माता यशोदा के डाटने पर जब कृष्ण ने मुंह खोला तो मिट्टी की जगह पूरा ब्रम्हांड दिखने लगा माता यशोदा यह दृश्य देखकर बेहोश हो गई ।
महाराज जी ने मूवी और कथा का उदाहरण देते हुए बताया की हम सब मूवी देखने समय पर पहुंच जाते है और कथा सुनने कथा के अंत तक पहुंचते रहते है यह हम सब को ध्यान रहना चाहिए।
महाराज जी ने कथा को आगे बड़ाते हुए बताया की माता यशोदा कृष्ण को दो वृक्ष के बीच उखल में बांध दिया जिसे कृष्ण के माया जाल से दोनो वृक्ष गिर गए जहां से कुबेर के दो पुत्र प्रगट हुए जिससे भगवान कृष्ण का दर्शन प्राप्त हुआ कृष्ण ने कुबेर पुत्रो से पूछा की इस तरह वृक्ष कैसे बन गए , कुबेर पुत्रो ने कहा अभिमान के कारण नारद जी ने श्राप दिया था जिसके कारण वृक्ष का स्वरूप प्राप्त हुआ आज माता यशोदा के कारण आपके दर्शन एवम मुक्ति प्राप्त हुई। 
महाराज जी ने कुछ भक्तो के प्रश्नों का जवाब दिया आज पांचवा दिवस भी कृष्ण भक्तो से पूरा पंडाल भरा हुआ था अंत में दिव्य ज्योति सेवा समिति द्वारा भक्त जनों को प्रसादी का वितरण किया गया ।