लोक सेवा केन्द्र का संचालक गिरफ्तार, लाखों रुपए का गबन कर हो गया था फरार

लोक सेवा केन्द्र का संचालक गिरफ्तार, लाखों रुपए का गबन कर हो गया था फरार

रायगढ़। कोतवाली पुलिस ने करीब दो माह से फरार गबन के आरोपी मुकेश शर्मा निवासी गेरवानी को 13 अक्टूबर के दोपहर गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है । आरोपी मुकेश शर्मा व एक अन्य आरोपिया चमेली सिदार के विरूद्ध 27.41 लाख रूपये गबन किये जाने की रिपोर्ट मधुबनपारा रायगढ में रहने वाले शशांक शेखर सिंह (38 साल) द्वारा 27 जुलाई 2023 को थाना कोतवाली में आवेदन देकर दर्ज कराया गया था । अपराध दर्ज के बाद से आरोपी फरार था। रिपोर्टकर्ता शशांक शेखर ने बताया कि इसकी वे वर्ल्ड कंपनी द्वारा प्रतिदिन रकम- सेवा केन्द्रों के संचालकों को अंतरित की जाती थी । सेवा केन्द्रों के संचालकों द्वारा लाभार्थियों से प्राप्त शुल्क व रकम प्रतिदिन फर्म “वे वर्ल्ड कंपनी” को वापस करना होता था । कंपनी ने ” सेवा केन्द्र गेरवानी ” रायगढ़ में स्थापित किया गया है।  जिसका संचालन मुकेश शर्मा गेरवानी द्वारा किया जाता था । गेरवानी सेवा केन्द्र के संचालक मुकेश शर्मा 09 दिसंबर 2022 से 31 मार्च 2023 तक 96,60,455 / – रुपये व्यापार हेतु अंतरित किया है।

जिसमें से मुकेश शर्मा द्वारा 69,19,016 /- रूपये वापस किया गया है। शेष शेष रकम 27,41,439 / – रूपये वापस नहीं किया । मुकेश शर्मा से रकम की मांग करने पर उसने बताया कि उसने एक प्रतिशत प्रतिदिन ब्याज की दर पर कंपनी की रकम को चमेली सिदार को दे दिया है । चमेली सिदार से मिलकर जानकारी लेने पर रकम प्राप्त करना और जल्द ही रकम वापस करने का आश्वासन दी पर दोनो रकम वापस नहीं किये। थाना कोतवाली में दोनों आरोपियों पर धारा 409, 34 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया । दोनों घटना के बाद से फरार थे । थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे द्वारा आरोपियों की पतासाजी के लिये मुखबिर व स्टाफ को लगा रखे थे कि 13 अक्टूबर के दोपहर मुखबिर सूचना पर कोतवाली पुलिस द्वारा आरोपी मुकेश शर्मा पिता सुरेश शर्मा उम्र 26 वर्ष साकिन विजयनगर गेरवानी थाना पूंजीपथरा जिला रायगढ़ को हिरासत में लिया। आरोपी मुकेश शर्मा ने पूछताछ में आरोपिया चमेली सिदार से मिलकर रकम गबन करना स्वीकार किया जिसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। आरोपिया चमेली सिदार फरार है। आरोपी मुकेश शर्मा की पतासाजी व गिरफ्तारी में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे, प्रधान आरक्षक हेमन पात्रे, दिलीप भानु और आरक्षक भगवती रत्नाकर की अहम भूमिका रही है।