भिलाई का प्रेस कॉम्पलेक्स बना नशेडिय़ों व अपराधियों का अड्डा, अंधेरा होते ही शराब-गांजे की महफिल शुरू
भिलाई। सुपेला का प्रेस कॉम्पलेक्स असामाजिक तत्वों व नशेडिय़ों का अड्डा बन गया है। शाम होते ही बारामदे और छत पर चखना, शराब और गांजे की पहफिल लगना शुरू हो जाता है। ऊपर के दफ्तरों में लगातार चोरियां हो रही है। इन स्थितियों को देखते हुए पुलिस गश्त की सख्त आवश्यकता महसुस की जा रही है। यह सिलसिला अगर ऐसा ही चलता रहा तो कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है। वहीं नगर निगम भिलाई द्वारा नियमित रूप से साफ सफाई भी नहीं कराई जाती है।
दुर्ग जिले की आकाशगंगा सुपेला स्थित पे्रस कॉम्पलेक्स में एक जमाने में काफी चहल पहल रहती थी। नीचे व्यवसायिक प्रतिष्ठनों के साथ-साथ रितुराज गैस एंजेसी के ऊपर माले पर कई अखबारों का दफ्तर हुआ करता था। एक समय था जब यहां प्रेस विज्ञप्ति बांटने तथा पत्रकारों से मार्गदर्शन लेने आम जनता सहित राजनेताओं का हुजूम लगा रहता था। वर्तमान में प्रेस कॉम्पलेक्स के पहले माले पर 5-6 अखबारों के दफ्तार सहित 2 से 3 प्रतिष्ठान संचालित है। शाम 7 बजे के बाद सभी ऑफिस बंद होने लगते हैं। इसके बाद यहां वीरानी छा जाती है और इसका फायदा असामाजिक तत्वों उठाने लगते हैं। अंधेरा होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा शुरू हो जाता है। चखना, शराब और गांजे का महफिल देर रात तक लगा रहता है। बात यहीं खत्न नहीं होती, जाते-जाते चखना, शराब की बोतलें सहित कई आपत्तिजनक वस्तु कॉम्पलेक्स में फलाकर जाते हैं।
जान-माल का खतरा
अखबार के दफ्तर में कार्यरत कई कर्मचारियों को जानमाल का खतरा भी बना रहता है। इसलिए वे भी अपना काम काज निपटाकर वहां से जल्द से जल्द निकलना चाहते हैं। शराब पीने और गंदगी फैलाने से मना करने पर लड़ाई झगड़े पर उतारु हो जाते हैं।
लगातार हो रही चोरियां
प्रेस कॉम्पलेक्स के पहले माले पर लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। अखबार दफ्तरों में खिलाड़ी के पास रखे बंडल के बंडल न्यूज पेपर चोरी हो चुका है। हालांकि इसकी शिकायत पुलिस में नहीं की गई है। इसके साथ ही सीढ़ी पर लगे लोहे के रॉड भी चोरों ने हाथ साफ कर दिया है।