दुर्ग के मोहन नगर पुलिस पर लगा गंभीर आरोप, आरक्षक पर गलत रिपोर्ट लिखने का आरोप, CCTV फुटेज सामने आया तो TI और IPS अधिकारी के एक तरफा कार्रवाई पर उठने लगे सवाल, प्रार्थी की सुनवाई नहीं, IG और SP से शिकायत
आरक्षक राजीव रंजन सिंह, जिन पर आरोप लगाया गया है
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक सनसनी खेज मामला सामने आया है। एक रक्षित निरीक्षक ने होटल संचालक के खिलाफ मोहन नगर थाने में गलत रिपोर्ट लिखा दिया। थाना प्रभारी मोनिका पाण्डेय ने भी बिना जांच के आरक्षक के कहने पर होटल संचालक और अन्य तीन लोगों के खिलाफ धारा 115(2), 296, 3(5), 324(4) और 351 (2) BNS का मामला दर्ज कर लिया। जबकि प्रार्थी द्वारा शिकायत करने पर उन्हें थाने से भागा दिया गया। प्रार्थी ने इसकी शिकायत छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा, डीजीपी अशोक जुनेजा, पुलिस महानिरीक्षक रामगोपाल गर्ग और दुर्ग पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला से कर उचित कार्रवाई की मांग की है। आपको बता दें की आरक्षक राजीव रंजन सिंह बैच नंबर 1118 को लाइन पूर्व में लाइन अटैच कर दिया गया था। वर्तमान में रक्षित केंद्र में ड्यूटी कर रहा है। प्रार्थी के घर वालों ने आरक्षक पर अवैध वसूली का भी आरोप लगाया है। अब देखना ये है की जांच के बाद IG और SP इस मामले में क्या कार्रवाई करते है।
21 अगस्त बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में होटल फॉर सीजन और बार की मालकिन श्रीमती सोमा सिंह पति संजय सिंह ने बताया कि 2 दिन पहले 19 अगस्त को शाम करीब 8 से 9 बजे के बीच जब मेरे पति संजय सिंह हमारे होटल परिसर के बाहर हमारे पालतू कुत्ते को घुमा रहे थे तभी रास्ते से अपनी कार से आ रहे रक्षित केंद्र में पदस्थ आरक्षक राजीव रंजन सिंह बैंच क्र 1118 ने चलती गाड़ी से मेरे पति संजय सिंह को माँ बहन की अश्लील गाली देते हुए बीच रास्ते मे गाड़ी रोक दिया। दुर्ग स्टेशन से मालवीयनगर चौक रोड जो कि दिन और रात में यातायात काफी व्यस्त रहता है।
आरक्षक राजीव रंजन सिंह उतरा और मेरे पति से 5000 रुपये की मांग करते हुए गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देकर झूठे झूठे मामले में फंसा देने की धमकी देने लगा। जिसका विरोध मेरे पति संजय सिंह द्वारा करने और थाने जाकर शिकायत दर्ज करवाने की बात करने पर राजीव रंजन सिंह काफी उग्र हो गया और मेरे पति और राजीव रंजन सिंह के बीच बहस होने लगी। जिसके बाद वो वापस मुड़कर जहा राजीव रंजन सिंह ने बीच रास्ते में गाड़ी खड़ी करके रखी थी उस वजह से यातायात बाधित होकर जाम लग गया था. जिसका विरोध राहगीरों द्वारा करने पर अपना पुलिस में होने का धौंस दिखाकर राहगीरों से ही गालीगलौज करने लगा।
इसके बाद गुस्साए राहगीरों ने राजीव रंजन की पिटाई कर दी. इस घटना की शिकायत करने मोहन नगर थाना पहुची जिसके बाद वहां के स्टाफ द्वारा में बदतमीज़ी पूर्वक बात कर मेरी शिकायत लिए बिना ही मुझे थाने से भगा दिया गया। कुछ देर बात दुर्ग सीएसपी चिराग जैन और मोहननगर थाना प्रभारी मोनिका पाण्डेय दल बल के साथ मालवीयनगर स्थित हमारे होटल फ़ॉर सीजन पहुँचे और सीसीटीवी फुटेज की मांग करने लगे। मेरे द्वारा सीसीटीवी फुटेज का डीवीआर कहा पर है इसकी जानकारी नहीं होने की वजह से स्टाफ से पता करके थोड़े देर में सीसीटीवी फुटेज देने की बात कही। इसके बाद पुलिस के अधिकारियों ने बलपूर्वक होटल के ग्राहकों को होटल से भगा दिया गया और उनका रोजमरा का सामान भी निकालने नहीं दिया। होटल और बार का सेलिंग रुपये का भी मेरे को जानकारी दिए बगैर ही सारे स्टाफ को गालीगलौज कर थाने में ले जाकर बैठा दिए। इस वजह से उस दिन का सेलिंग रुपये का पता नहीं चला। रोजाना 50 से 60 हजार रुपये की होटल और बार की ग्राहकी है। बिना जांच के होटल सील करने से उन्हें आर्थिक नुकसान के साथ ही बदनामी का सामना करना पड़ा। होटल के स्टाफ को भी मोहन नगर थाने में जिनका इस मामले से कोई लेना देना नही था थाने में बिठा दिया गया और देर रात छोड़ा गया।
सोमा सिंह ने बताया कि इस पक्षपात पूर्वक हुई कार्यवाही के बाद मेरे पति पर ही मोहननगर थाने में एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज में भी मेरे पति संजय सिंह होटल के बाहर खड़े हुए नज़र आ रहे है और आरक्षक राजीव रंजन सिंह गाली देता हुआ गाड़ी से उतरता हुआ नज़र आ रहा है और राहगीरों से मारपीट की घटना भी दिख रही है।फिर भी एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए मेरे पति के ऊपर झूठे मामले में एफआईआर दर्ज कर लिया गया है।
सोमा सिंह ने बताया कि हमारा राजीव रंजन सिंह के साथ पारिवारिक रिश्तेदारी है और घरेलु विवाद है जिसके वजह से मेरे पति के ऊपर उसने कई आपराधिक मामले दर्ज करवाये है। आरक्षक राजीव रंजन सिंह अपने वाहन के डोर के ग्लास पर ब्लैक फ़िल्म लगा कर बगैर नम्बर की गाड़ी में घूमता है और नशीली दवाइयों का सेवन कर पुलिस के उच्च अधिकारियों से जान पहचान होने का दुरुपयोग कर मोहल्ले वात्नों और मेरे पति को डरा धमकाकर उनसे पैसों की अवैध वसूली करता है। यह पहली बार नही है जब आरक्षक राजीव रंजन सिंह की अवैध वसूली की शिकायत की गई हो। पूर्व में भी मोहल्ले में कई लोगो के द्वारा राजीव रंजन सिंह के खिलाफ दुर्ग पुलिस अधीक्षक और दुर्ग पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की गई है पर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नही हुई।
आरक्षक राजीव रंजन सिंह द्वारा दर्ज कराया गया FIR
आरक्षक राजीव रंजन सिंह ने मोहन नगर थाने में शिकायत दर्ज कराया है कि मैं गली नंबर 06 वार्ड नंबर 23 दीपक नगर दुर्ग का रहने वाला हूं। पुलिस विभाग के दुर्ग जिला के रक्षित केन्द्र मे आरक्षक के पद पर कार्यरत हूं। आज दिनांक 19.08.2024 को मै अपने साढु भाई के घर भिलाई से राखी बंधवा कर वापस घर आया और अपनी पत्नी को घर छोडकर पुलिस लाईन संध्या गणना दिलाने के लिए अपनी वाहन फ्रोंस क्रमांक CG 07 CP 5128 से मालवीय नगर चौक होते जा रहा था तथा मेरी गाडी के सामने संजय बिहारी अपनी एक्टीवा मे कुत्ता लेकर जा रहा था और घुर घुर कर देख रहा था होटल फोर सीजन के सामने खडा होकर फिर लात खायेगा बोलकर मां बहन की गंदी गंदी गाली गुफ्तार कर जान से मारने की धमकी देकर बोला कि मै तेरा लिये वापस आ गया हूं अब तु नही बच पायेगा । तब मै अपनी बचाव मे वीडियो बनाने लगा तो उसी समय संजय बिहारी पीछे से इसको मारो बोलकर चिल्ला रहा था फिर अज्ञात 03 लडके जो अपनी सफेद रंग की कार टोयटा ग्लेंजा क्रमांक CG 07 BZ 0691 से आये और मां बहन की गंदी गंदी गाली देकर जान से मारने की धमकी देकर हाथ मुक्का से मारपीट किये एवं मेरी कार मे भी तोडफोड किये है जिससे मेरी कार के सामने का बंफर टुट गया है ।