जग्गी हत्याकांड के आरोपी ने कोर्ट में किया सरेंडर, 21 साल पहले गोली मारकर की गई थी हत्या
Jaggi murder case accused surrenders in court, he was shot dead 21 years ago
रायपुर। एनसीपी नेता रामअवतार जग्गी हत्याकांड Jaggi murder case में एक और अभियुक्त ने सरेंडर किया है। कोर्ट सूत्रों के मुताबिक अभय गोयल Abhay Goyal ने आज सरेंडर किया। इस कांड में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अब तक याह्या ढेबर, चिमन सिंह समेत दर्जन भर आरोपी सरेंडर कर चुके हैं ।
4 जून 2003 को एनसीपी नेता रामावतार जग्गी Ramavtar Jaggi की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में 31 अभियुक्त बनाए गए थे, जिनमें से 2 लोग बल्टू पाठक और सुरेंद्र सिंह सरकारी गवाह बन गए थे। अमित जोगी को छोड़कर बाकी 28 लोगों को सजा मिली थी। हालांकि बाद में अमित जोगी बरी हो गए थे। रामअवतार जग्गी के बेटे सतीश जग्गी ने अमित जोगी को बरी करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की, जिस पर अमित के पक्ष में स्टे है।
बता दें कि जग्गी हत्याकांड में अभय गोयल, याहया ढेबर, वीके पांडे, फिरोज सिद्दीकी, राकेश चंद्र त्रिवेदी, अवनीश सिंह लल्लन, सूर्यकांत तिवारी, अमरीक सिंह गिल, चिमन सिंह, सुनील गुप्ता, राजू भदौरिया, अनिल पचौरी, रविंद्र सिंह, रवि सिंह, लल्ला भदौरिया, धर्मेंद्र, सत्येंद्र सिंह, शिवेंद्र सिंह परिहार, विनोद सिंह राठौर, संजय सिंह कुशवाहा, राकेश कुमार शर्मा, (मृत) विक्रम शर्मा, जबवंत, विश्वनाथ राजभर दोषी है।
उल्लेखलिया है कि कारोबारी बैकग्राउंड वाले रामावतार जग्गी देश के बड़े नेताओं में शुमार पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल के बेहद करीबी थे। शुक्ल जब कांग्रेस छोड़कर NCP में शामिल हुए तो जग्गी भी उनके साथ-साथ गए। विद्याचरण ने जग्गी को छत्तीसगढ़ में NCP का कोषाध्यक्ष बना दिया था।
21 साल पहले गोली मारकर हुई थी हत्या - 4 जून 2003 को एनसीपी नेता रामावतार जग्गी Ramavtar Jaggi की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में 31 अभियुक्त बनाए गए थे, जिनमें से 2 लोग बल्टू पाठक और सुरेंद्र सिंह सरकारी गवाह बन गए थे। अमित जोगी को छोड़कर बाकी 28 लोगों को सजा मिली थी। हालांकि बाद में अमित जोगी बरी हो गए थे। रामअवतार जग्गी के बेटे सतीश जग्गी ने अमित जोगी को बरी करने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की, जिस पर अमित के पक्ष में स्टे है।