लूट के 10 दिन बाद भी नहीं हुआ अपराध दर्ज, वैशाली नगर थाना ने धारा 155 के तहत कार्यवाही कर पीड़ित को थाने से लौटाया
साई स्वीट्स रामनगर से मोबाइल और 8 हजार नकदी की लूट
लूटेरों की CCTV फुटेज
भिलाई। दुर्ग जिले से वैशाली नगर थाना पुलिस का बड़ा मामला सामने आया है। लूट के वारदात के 10 दिन बाद भी FIR दर्ज नहीं किया गया है। धारा 155 (पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य) के तहत कार्रवाई कर पीड़ित को थाने से लौटा दिया गया। जिस दुकान में लूट की घटना हुई है वह वैशाली नगर थाना से कुछ ही दूरी पर स्थित है। पीड़ित धारा 155 का दिए गए कागज को ही लूट का FIR समझ रहे थे। इससे पीड़ित परिवार में आक्रोश व्याप्त है।
रामनगर इंदिरा चौक स्थित साई स्वीट्स के संचालक सुरेंदर सिंह वर्मा (सोढ़ी) की पत्नी विनिता रानी वर्मा ने आजाद हिन्द टाइम्स को बताया कि 5 मई दोपहर करीब 1.30 बजे खरीदारी करने 2 लड़के बिना नंबर की बाइक में उनके दुकान आए और कुछ सामान खरीदकर वहां से चले गए। कुछ देर बाद महिला जब काउंटर में जाती है हो उनका मोबाइल गायब था। फिर उनका ध्यान गल्ले की ओर जाता है। गल्ले में रखे 8 हजार रुपए भी गायब थे। अज्ञात लुटेरों ने महिला का ध्यान भटकाते हुए मोबाइल और 8 हजार रुपए लूटकर फरार हो गए। महिला ने दुकान में ही सो रहे अपने पति को जगाते हुए घटना की जानकारी दी। दुकान संचालक पति - पत्नी वैशाली नगर थाना पहुंचकर वहां मौजूद पुलिस कर्मियों को घटना की पूरी जानकारी दी। काफी देर बैठे रहने के बाद थाने से धारा 155 (पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य) के तहत कार्रवाई कर पीड़ित को लौटा दिया, लेकिन दुकान में हुए लूट की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई।
CCTV फुटेज के लिए 4 दिन लगातार लगाते रहे चक्कर
विनिता रानी वर्मा ने बताया कि उनके दुकान के सामने बिजली खंभे में CCTV लगा हुआ है जिसका संचालन कंट्रोल रूम सेक्टर 6 से होता है।लूट की घटना के बाद वैशाली नगर थाने के सिपाही गगन से संपर्क किया। सिपाही गगन के साथ वे CCTV फुटेज के लिए लगातार 4 दिन (5, 6, 7 और 8 मई) कंट्रोल रूम सेक्टर 6 का चक्कर लगाते रहे। वहां बिजली नहीं है बोलकर 3 दिन घुमाया गया और चौथे दिन ये कहते हुए कंट्रोल रूम से वापस कर दिया गया कि वैशाली नगर थाना से पुलिस के आने पर ही CCTV फुटेज दिया जाएगा। इसके बाद पीड़िता विनिता रानी वर्मा ने अपने दुकान के पास स्थित शारदा विद्यालय से CCTV फुटेज निकली, जिसमें लुटेरे साफ साफ दिखाई दे रहें है।