दुर्ग जिले में पकड़ा गया हेरोइन से भी ज्यादा खतरनाक ड्रग

भिलाई रामनगर के पास बेचने ग्राहक तलाश रहा था

भिलाई। वैशाली नगर पुलिस ने एक युवक को हेराईन से भी ज्यादा खतरनाक चिट्टा के साथ आरोपी को गिरफ्तार किया है।आरोपी से 3.23 ग्राम हेराईन (चिट्टा) किमती 18000 एवं बिक्री रकम 14000, स्कूटी वाहन जब्त किया गया है। चिट्टा न सिर्फ हेरोइन की तुलना में ज्यादा नशीला होता है बल्कि इसकी लत लगने पर इससे पीछा छुड़ाना भी बहुत मुश्किल होता है।

जानकारी के अनुसार ड्रग्स में आजकल जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा होती है, वह है चिट्टा। आए दिन पढ़ने को मिलता है कि चिट्टे के साथ इतने लोग गिरफ्तार या इतना चिट्टा बरामद। पंजाबी और उसकी उपभाषाओं या बोलियों में चिट्टा का मतलब होता है- सफेद। पहले पंजाब में सिर्फ हेरोइन को चिट्टा कहा जाता था क्योंकि इसका रंग सफेद होता था। मगर अब चिट्टे की परिभाषा, व्यापक हो गई है। हेरोइन तो अफीम से बनने वाला ड्रग है लेकिन अब और भी कई सिंथेटिक ड्रग्स इस्तेमाल होने लगे हैं जो देखने में सफेद ही होते हैं। इस कारण उन्हें भी चिट्टा ही कहा जाने लगा है। ये सिंथेटिक ड्रग्स हैं- MDMA , जिसे ecstasy भी कहा जाता है, LSD (lysergic acid diethylamide ) और मेथाम्फेटामीन (methamphetamine)। ये दोनों ही ड्रग्स, हेरोइन और मेथ, हमारे सेंट्रल नर्वस सिस्टम के लिए उत्तेजक की तरह काम करते हैं। यानी हमारे दिमाग और रीढ़ की हड्डी के बीच के उस महत्वपूर्ण हिस्से की गतिविधियों को बढ़ा देता है, जिसका काम शरीर के विभिन्न हिस्सों से सिग्नल लेना है और कोई हरकत करने के लिए संदेश भेजना है। यानी चिट्टा कोई एक ड्रग नहीं है। वह हेरोइन भी हो सकता है, मेथाम्फेटामीन भी, MDMA भी और LSD भी। इसलिए किसी को ड्रग्स के साथ पकड़ा जाए और वह सफेद रंग का हो तो यह लैब टेस्टिंग के बाद ही पक्के तौर पर पता चल पाता है कि कौन सा सिंथेटिक ड्रग है। मगर कॉमन भाषा में उसे चिट्टा कह दिया जाता है ।

भिलाई रामनगर के पास बेचने ग्राहक तलाश रहा था

वैशाली नगर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक 12.01.2023 को मुखधीर से वैशाली नगर पुलिस को सूचना मिली कि सार्वजनिक शौचालय विकासपारा रामनगर भिलाई के पास एक व्यक्ति अरिन्ज कलर के जुपीटर स्कूटी की डिक्की में हेराईन (चिट्टा) रखकर बिक्री करने के लिये ग्राहक तलाश कर रहा है। सूचना पर निरीक्षक ममता अली शर्मा द्वारा तत्काल पुलिस टीम गठित कर मौके पर पुलिस पार्टी को रवाना किया गया। जहाँ मुखबीर के बताये हुलिया वाला व्यक्ति पुलिस पार्टी को देखकर भागने का प्रयास कर रहा था जिसे पुलिस पार्टी द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया। नाम पता पुछने पर अपना नाम रंजीत सिंह उर्फ रिंकु सिंह पिता ओकार सिंह उम्र 32 वर्ष निवासी गुरूनानक नगर गुरूद्वारे के पीछे सड़क-07, म०न0-22 थाना वैशाली नगर का रहने वाला बताया। आरोपी के स्कुटी के डिक्की से प्लास्टिक के मुलायम झिल्ली में लिपटा 3.32 ग्राम हेराईन (चिट्टा) किमती 18000/- एवं विक्री रकम 14000 तथा स्कुटी जुपीटर वाहन क०-सीजी-07 बी.डी 8134 को बरामद किया गया। आरोपी का कृत्य धारा सदर का अपराध कारित करना पाये जाने से आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर ज्युडिशियल रिमाण्ड पर भेजा गया। उपरोक्त कार्यवाही में निरीक्षक ममता अली शर्मा, सउनि0 केसेन्द्र सिंह चौहान, प्र0आर0 1425 हेमंत सिंह, आरक्षक 344 विरेन्द्र यादव, आरक्षक 706 दिनेश जयसवाल, आरक्षक 362 नितेश पाण्डेय, आरक्षक 1212 राजेश सिन्हा, आरक्षक 550 सुरेश यादव की सरहानीय भूमिका रही।