पीडब्ल्यूडी का एसडीओ बताकर नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी, दो आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

रायपुर। रायपुर के सिविल लाइन थाना पुलिस ने खुद को पीडब्ल्यूडी का एसडीओ बताकर नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 336(3), 340(1) एवं 340(2) के तहत कार्रवाई की गई। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि कहीं और भी लोग इन आरोपियों की ठगी का शिकार तो नहीं हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक प्रार्थी हीरालाल राजवाड़े ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि आरोपी विजय कुमार यादव उर्फ विवेक कुमार यादव ने अपनी चारपहिया वाहन में "पी.डब्ल्यू.डी. छ.ग. शासन" लिखवाकर स्वयं को लोक निर्माण विभाग का एसडीओ बताया। आरोपी ब्लॉक पोड़ी, कोरबा स्थित एक स्कूल के निरीक्षण के बहाने वहां पहुंचा और निरीक्षण के पश्चात बताया कि सब इंजीनियर वर्ग-1 एवं वर्ग-2 की आदिवासी व पिछड़ा वर्ग की सीटें खाली हैं। इसके बाद आरोपी ने हीरालाल को नौकरी लगाने का झांसा दिया।
आरोपी की बातों में आकर हीरालाल ने अलग-अलग किश्तों में रायपुर के घड़ी चौक के पास 4 लाख रुपये आरोपी को दे दिए। इसके बाद आरोपी ने अपने साथी एनोस दास के माध्यम से फर्जी नियुक्ति प्रमाणपत्र भी दिया, लेकिन बाद में न तो नौकरी मिली और न ही पैसे वापस किए गए। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 155/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (बी.एन.एस.) की धारा 318(4), 336(3), 340(1) एवं 340(2) के अंतर्गत मामला दर्ज कर लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन और थाना प्रभारी के नेतृत्व में टीम गठित कर आरोपियों की पतासाजी की गई। पूछताछ में आरोपी विजय कुमार यादव ने अपने साथी एनोस दास के साथ मिलकर ठगी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है।
गिरफ्तार आरापी
- विजय कुमार यादव उर्फ विवेक कुमार यादव (39 वर्ष), निवासी खीरकी महेंद्रगढ़, हाल निवासी दलदल सिवनी, थाना पंडरी मोवा, रायपुर
- एनोस दास (52 वर्ष), निवासी विनोबा भावे नगर, इंद्रावती कॉलोनी, राजातालाब, थाना सिविल लाइन, रायपुर