दुर्ग जिले के इस पंचायत में 10 लाख 80 हजार रुपए का घपला, बिना काम के ठेकेदार को दे दिए गए लाखों रुपए, सचिव अस्पताल में भर्ती, अब तक दर्ज नहीं हो पाया FIR
दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के एक ग्राम पंचायत में 10 लाख 80 हजार रुपए का घपला हुआ है। विकास कार्यों के लिए जमीन चिन्हांकित न होने के बावजूद सरपंच और सचिव द्वारा लाखों रुपए ठेकेदार को दे दिया गया। हैरानी की बात है कि जिस ठेकेदार को बिना काम के एवज में लाखों रुपए दिया गया, उस ठेकेदार का कोई भी पहचान पत्र पंचायत के पास नहीं है। ऐसे में सरपंच धिरपाल देशलहरे और सचिव राजकुमार संदेह के घेरे में आ गए है। पुलिस के अनुसार सरपंच का बयान दर्ज कर लिया गया है लेकिन सचिव का बयान दर्ज नहीं हो पाया है। पुलिस में शिकायत की जानकारी होते ही सचिव बीमार पड़ गए है। इतना बड़ा भ्रष्टाचार होने के बाद भी अब तक अपराध दर्ज नहीं हो पाया है। मामला जनपद पंचायत दुर्ग के ग्राम पंचायत झोला का है। इस मामले को लेकर जब पूर्व सरपंच को कई बार फोन किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चन्द्राकर ने इस भ्रष्टाचार में शामिल लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निदेर्श दिए है। वहीं अंडा थाना प्रभारी ने बताया कि कई बार नोटिस जारी करने के बाद भी पंचायत झोला के जिम्मेदार पदाधिकारियों द्वारा जांच में सहयोग नहीं किया जा रहा।
आजाद हिन्द Times को मिली जानकारी के अनुसार पूर्व सरपंच धिरपाल देशलहरे ने 11 जनवरी 2025 को अंडा थाने में ठेकेदार अमित राठी की शिकायत की थी। पुलिस से की गई शिकायत में बताया गया कि ग्राम पंचायत झोला वि.ख. व जिला-दुर्ग (छ.ग.) शासन द्वारा सत्र 2023-24 एवं 2024-25 में विभिन्न निर्माण कार्य स्वीकृत हुए हैं। विभिन्न निर्माण कार्य प्रारंभ करने के लिए मटेरियल सप्लाई हेतु अग्रिम राशि 10 लाख 80 हजार रुपए ठेकेदार अमित राठी, निवासी रिसाली (भिलाई) एवं मूल निवासी-अम्बिकापुर को चेक के माध्यम से किया गया है। रुपए लेने के बाद ठेकेदार ने फोन उठाना बंद कर दिया और मटेरियल ( निर्माण सामग्री) सप्लाई भी नहीं किया। उनके निवास में भी जा कर सम्पर्क किया गया, लेकिन सम्पर्क नहीं हो पाया।
पंचायत में पूछताछ के लिए तीन बार जारी कर चुकें हैं नोटिस-थाना प्रभारी
अंडा थाना प्रभारी भानुप्रताप साव ने आजाद हिन्द टाइम्स को बताया कि पूर्व सरपंच धिरपाल देशलहरे द्वारा ठेकेदार अमित राठी की शिकायत की गई है। शिकायत मिलते ही जांच प्रारंभ कर दी गई है। पूछताछ के लिए ग्राम पंचायत झोला को तीन बार नोटिस भी भेजा गया है। पंचायत द्वारा जानकारी उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है। इस कारण जांच में देरी हो रही है। सचिव राजकुमार भी अस्पताल में भर्ती है। ठेकेदार अमित राठी का रिसाली भिलाई और अंबिकापुर में न तो कोई कार्यालय है और न ही आवास। सचिव से पूछताछ के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा।
ठेकेदार को इन कार्यों के लिए दे दी गई राशि
- तटबंध निर्माण- 2 लाख रुपए
- शिव मंदिर जीर्णोद्धार – 1 लाख 60 हजार रुपए
- कुर्मी (सामुदायिक) भवन – 4 लाख रुपए
- साहू (सामुदायिक) भवन – 1 लाख 20 हजार रुपए
- एवं अन्य अपूर्ण भवनों के लिए – 2 लाख रुपए
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