ब्लास्टिंग से घरों को पहुंच रहा नकसान
ज्ञापन सौंपने के तीन माह बाद भी कार्यवाही नहीं
दुर्ग । चुना पत्थर खुदान के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम सभा की बैठक के बाद पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा इसे रोकने के लिए कलेक्टर दुर्ग, खनिज विभाग दुर्ग, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दुर्ग, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व दुर्ग, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत दुर्ग को ज्ञापन भी सौंपा गया था, लेकिन लगभग 3 माह बीतने के बाद भी अब तक कोई कार्यवाही प्रशासन द्वारा नहीं की गई है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत कचान्दुर में ग्राम सभा की बैठक में विगत 31 जनवरी को प्रास्ताव पारित कर इसे बंद कराने का निर्णय लिया गया। विमल कुमार सक्सेरिया द्वारा केशर, पत्थर, चुना पत्थर खदान नं. 1065 का टुकड़ा रकबा 1.78 हे. से खदान का पानी खाली कराया जा रहा है, जिसे बंद करने व के्रशर, चुना पत्थर खदान को को बंद कराने प्रस्ताव पारित किया गया। 30 सालों से बंद पड़े पत्थर खदान को शुरू कर दिया गया। खदान जहां है वह आवादी वाला क्षेत्र है। इस खदान के आसपास कई घर बने हुए है। खदान में ब्लास्टिंग के कारण घरों को नुकसान पहुंच रहा है।
कभी भी घट सकती है बड़ी दुर्घटना
पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि पत्थर खदान में लगातार हो रहे ब्लास्टिंग से घरों को नुकसान पहुंच रहा है। साथ ही पत्थर खदान सड़क से लगे होने के कारण ब्लास्टिंग के कारण सड़क क्षतिग्रस्त हो रहा है। वाहन चालकों को हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। सरपंच श्रीमती सामिन साहू, उपसरपंच गोकुल साहू, पंच द्वय बिसंभर साहू, उत्तम कुमार साहू, विनय कुमार बंछोर, रामचरण साहू, श्रीमती पोषणी बाई, श्रीमती चितरेखा बंछोर, श्रीमती चन्द्रिका बाई, श्रीमती उर्मिला बाई, संतोषी साहू, श्रीमती कीर्ति साहू, श्रीमती सुमित्रा साहू, संतोषी पटेल, उदयराम वर्मा, दुलारी वर्मा, टिकेन्द्र कुमार वर्मा सहित मितानिन श्रीमती त्रिवेणी निर्मलकर, श्रीमती सातो वर्मा, पिताम्बर मानिकपुरी, देवदत्त साहू, श्रीमती रेवती साहू, श्रीमती बेना बाई, परदेशनी बाई, मोतीलाल लहरे, दुर्गेश कुमार सहित ग्रामीणों ने प्रशासन से इस पत्थर खदान को बंद कराने की मांग की है।