मेरठ (एजेंसी)। एसटीएफ मेरठ की टीम ने बुधवार को शामली के मोमीनपुरा घेरबुखारी नौकुआ से कलीम पुत्र नसीम अहमद को गिरफ्तार किया है। कलीम के जरिए आईएसआई भारत में दंगा फसाद कराना चाहती थी। गिरफ्तार कलीम के खिलाफ शामली के कोतवाली थाने में आईपीसी की धारा 420,121ए, 153ए, 295ए एवं 13/18 विधि विरुद्ध किया कलाप (निवारण) अधिनियम 1967 के अंतर्गत कार्रर्वाई की गई है। कलीम के मोहल्ले की महिला हमीदा भी पाकिस्तान में आतंकवादी इकबाल काना से शादी कर चुकी है।
आईएसआई के आकाओं ने कलीम से कहा था कि भारत में मुजाहिदीन की जमात बनानी है। तुम मेरे लिए शहादत की दुआ करना और तुम्हारे जो दोस्त मुजाहिद बनना चाहते हैं, उनसे मेरी बात करा देना। तीन बार पाकिस्तान जाने के दौरान कलीम ने आईएसआई को कई गोपनीय जानकारियां उपलब्ध कराईं।
एसटीएफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि एसटीएफ उत्तर प्रदेश को जानकारी मिली कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन से मिलकर यहां पर दंगा कराने की साजिश रची जा रही है। जांच में सामने आया कि कलीम पुत्र नसीम अहमद निवासी मोमीनपुरा घेरबुखारी नौकुआं थाना कोतवाली जनपद शामली व उसका भाई तहसीम उर्फ तासीम आदि किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। व्हाट्सएप द्वारा भारत की सुरक्षा संबंधी स्थलों के फोटोग्राफ व मसेज पाकिस्तान में आईएसआई व आतंकी संगठनों को भेजते हैं। इन मोबाइल नंबरों का आईपी एड्रेस पाकिस्तान के लाहौर शहर का है। जांच में सामने आया कि चार दिन पहले ही पाकिस्तान से आया कलीम कट्टरपंथी विचारधारा का समर्थन करता है। जानकारी मिलने के बाद एसटीएफ की टीम ने कलीम को गिरफ्तार कर लिया।
पाकिस्तान में रहते हैं कलीम के रिश्तेदार
एसपी बृजेश सिंह के मुताबिक,कलीम ने बताया कि वह पांच भाई हैं और वह तीसरे नंबर का है। सभी भाइयों की शादी हो चुकी है। वह अविवाहित है। उसके रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं, जिनसे मिलने के लिए काफी समय से वह पाकिस्तान आता जाता रहता है। पाकिस्तान जाने के दौरान उसकी आईएसआई के कुछ लोगों व हैंडलर से जान पहचान हो गई थी। उन्होंने कलीम को पैसों का लालच देकर कहा कि तुम्हें भारत में जिहाद फैलाने के लिए असलहा व गोला-बारूद दिया जाएगा। भारत में सौहार्द बिगाड़ने के लिए अपने लोगों को तैयार करो तथा देश के भिन्न-भिन्न स्थानों पर दंगा फसाद कर विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम दिलाओ, ताकि भारत में शरियत कानून के तहत नए सिस्टम को स्थापित कर भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाया जा सके।
इसके लिए कलीम को फर्जी आईडी पर एक फर्जी आईडी पर एक सिम दिलाया गया। इस मोबाइल नंबर का व्हाटसएप पाकिस्तान में आईएसआई ओपरेटिव आतंकी दिलशाद उर्फ मिर्जा उर्फ शेख खालिद हाफिज के मोबाइल फोन पर एक्टीवेट कराया था। उसका भाई तहसीम उर्फ तासीम भारत से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से संचालित आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त आतंकी दिलशाद उर्फ मिर्जा उर्फ शेख खालिद हाफिज से व्हाट्सएप पर वार्ता करता था। भारतीय सेना के सुरक्षा स्थल की फोटो व्हाट्सएप पर भेजता था। राजस्थान में अनूपगढ़ में भारतीय सेना के सुरक्षा बल के जवानों की फोटोग्राफ भी भेजता था। भारतीय सेना के राफेल विमान के फोटोग्राफ से संबंधित समाचार पत्र का फोटोग्राफ भी भेजा था।
भाई है वांटेड, नकली नोट और हथियार सप्लाई के मामले में चल रहा फरार
कलीम का भाई तहसीम नकली नोट के मामले में फरार चल रहा है। वह पंजाब के लुधियाना में हथियार सप्लाई के मामले में भी फरार चल रहा है। कलीम हाल में पाकिस्तान से आया है। वह वहां पर 13 महीने जेल में रहा। उसे कस्टम विभाग ने पकड़ने के बाद जेल भेजा था। कलीम के पास से एसटीएफ को दो मोबाइल, पांच वर्क व्हाट्सएप चैट मैसेज व फोटोग्राफ की छायाप्रति, वर्क उर्दू भाषा के लिखे प्रिंटेड पेपर की छायाप्रति, हिंदी अनुवाद पेपर बरामद हुए हैं।