राज्यपाल को पत्र प्रेषित कर कॉन्स्टेबल ने परिवार के साथ सामूहिक आत्मदाह की दी चेतावनी
मामला विधायक आशीष छाबड़ा द्वारा डीजीपी से शिकायत के बाद कॉन्स्टेबल के ट्रांसफर का
रायपुर। बेमेतरा में पदस्थ एक कॉन्स्टेबल ने पूरे परिवार के साथ सामूहिक आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।
कॉन्स्टेबल संदीप साहू का आरोप है कि उसके खिलाफ बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा ने डीजीपी से शिकायत की थी। शिकायत के बाद उसका ट्रांसफर कर दिया गया। संदीप ने ये भी आरोप लगाया है कि विधायक की शिकायत के बाद बिना विभागीय जांच के उसका ट्रांसफर कर दिया गया जो गलत है। संदीप ने राज्यपाल के नाम पत्र लिखा है और अपने ट्रांसफर को गलत बताते हुए इसे रद्द कराने की मांग की है। संदीप साहू ने राज्यपाल के नाम जो पत्र लिखा है उसमें बताया गया कि कुछ समय पहले बेमेतरा पुलिस के द्वारा जिले में चल रहे अवैध सट्टा के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इस कार्रवाई से कई लोगों को शिकायत भी थी और इसी बात से नाराज लोगों ने कॉन्स्टेबल सहित अन्य पुलिस कर्मियों की शिकायत विधायक आनंद छाबड़ा से की। विधायक ने भी डीजीपी को पत्र लिख एसआई धालसिंह साहू, अरविंद शर्मा अरक, अनुपम शर्मा प्रधान आरक्षक, संदीप साहू कॉन्स्टेबल, जितेंद्र वर्मा कॉन्स्टेबल, नागेश ठाकुर कॉन्स्टेबल, महेंद्र सोनवानी कॉन्स्टेबल के ट्रांसफर की अनुशंसा की थी। जिसके बाद इन सभी पुलिस कर्मियों का ट्रांसफर कर दिया गया। बिना जांच के हुए ट्रांसफर से आक्रोशित आरक्षक संदीप साहू ने इसकी शिकायत डीजीपी से भी की थी। यहां पर कोई सुनवाई नहीं होने के बाद राज्यपाल के नाम एक पत्र लिखा है। साथ ही मांग की है कि ट्रांसफर 20 दिनों के अंदर रद्द नहीं हुआ तो पूरे परिवार के साथ वो आत्मदाह कर लेगा।
वहीं इस मामले में छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने ट्वीट कर कहा कि बेमेतरा जिला के पुलिस आरक्षक संदीप साहू, जो 'छत्तीसगढ़ रत्न' से सम्मानित हैं, उन्होंने बेमेतरा के कांग्रेसी विधायक के प्रताड़ना से परेशान होकर माननीय राज्यपाल जी को आत्मदाह करने के लिए पत्र लिखा है, यह चिंताजनक है।