आम्बेडकर और जाट राजा की मूर्ति लगाने के नाम पर राजस्थान में बवाल
राजस्थान। भरतपुर में बुधवार रात भारी बवाल हो गया। संविधान निर्माता बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर और जाट राजा महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने को लेकर विवाद के बाद पथराव और आगजनी तक हो गई। लोगों ने पुलिस को निशाना बनाया तो उग्र भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। भरतपुर का नदबई विधानसभा जाट बाहुल्य इलाका है, जहां करीब 1 लाख 75000 जाट मतदाता हैं। नदबई को भरतपुर से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग पर स्थित चौराहे पर स्थानीय कांग्रेस विधायक योगेंद्र सिंह अवाना और जिला प्रशासन ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाने का ऐलान किया है। 14 अप्रैल को यह कार्यक्रम प्रस्तावित है। लेकिन जाट समुदाय की मांग है कि इस मुख्य चौराहे पर भरतपुर संस्थापक महाराजा सूरजमल की मूर्ति स्थापित होनी चाहिए। उनका कहना है कि आंबेडकर की मूर्ति दूसरे चौराहे पर लगाई जाए। शाम को कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह और विधायक जोगिंदर सिंह अवाना की मौजूदगी में भरतपुर में अफसरों की बैठक हुई थी। इसमें तय किया गया कि अंबेडकर जयंती 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा नदबई के बैलारा मोड़ पर ही स्थापित होगी, जबकि महाराजा सूरजमल जाट की प्रतिमा डहरा मोड़ पर नेशनल हाईवे के पास लगाई जाएगी।