वैष्णवी ग्राम संगठन की लेखापाल, पूर्व सचिव व पूर्व कोषाध्यक्ष ने किया है लाखों रुपए का गबन!
पूर्व अध्यक्ष ने लगाया गंभीर आरोप, जिला कलेक्टर व संभागायुक्त को ज्ञापन सौंप की कार्रवाई की मांग
राजनांदगांव। ग्राम ईरईखुर्द पोस्ट पटेवा जिला राजनांदगांव में राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन जनपद पंचायत राजनांदगांव अंतर्गत संचालित महिला समूह वैष्णवी ग्राम संगठन की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती साकेत वर्मा पति राम अनुज वर्मा ने जिला कलेक्टर व संभागायुक्त महादेव कावरे को ज्ञापन सौंप लेखाधीकारी सहित पूर्व सचिव व कोषाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने सौंपे ज्ञापन में कहा है कि लेखापाल, पूर्व सचिव व कोषाध्यक्ष द्वारा उन्हें गबन के झुठे मामले में फंसाने का प्रयास किया जा रहा है।
ग्राम इरईखुर्द पोस्ट पटेवा जिला राजनांदगांव में राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन जनपद पंचायत राजनांदगांव अंतर्गत महिला समूह वैष्णवी ग्राम संगठन वर्ष 2014 से संचालित है। सन् 2018 व 2019 में इस संगठन की अध्यक्ष श्रीमती साकेत वर्मा, कोषाध्यक्ष पुर्णिमा विश्वकर्मा तथा सचिव रोशनी वर्मा थी। पंचायत द्वारा तीनों को रुपए के गबन के मामले में दोषी ठहराते हुए नोटिस भेगी गई थी। तीनों का बयान भी दर्ज किया जा चुका है। पूर्व अध्यक्ष श्रीमती साकेत वर्मा द्वारा कलेक्टर व संभागायुक्त को किए गए शिकायत के साथ ही इस मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है।
वैष्णवी ग्राम संगठन की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती साकेत वर्मा उम्र 37 निवासी ग्राम ईरईखुर्द, पोस्ट पटेवा, जिला राजनांदगांव ने बताया कि वे वर्ष 2018 और 2019 दो वर्ष अध्यक्ष के पद पर रही है। अध्यक्ष पद छोड़ने के लगभग 3 वर्ष बाद अपै्रल 2022 को जिला पंचायत कार्यालय से उन्हें एक पत्र प्राप्त हुई जिसमें उन पर 1 लाख 89 हजार रुपए के गबन का आरोप लगाया गया। जबकि पूर्व अध्यक्ष का कहना है कि उन्हें लेखापाल हेमा वर्मा द्वारा सिर्फ 40 हजार रुपए दिया गया था जिसे उनके द्वारा ग्राम संगठन के बैंक खाते में जमा करा दिया गया था। पूर्व अध्यक्ष श्रीमती साकेत वर्मा का कहना है कि ग्राम संगठन की बैठक के बाद 2 लाख 70 हजार रुपए तत्कालिन कोषाध्यक्ष पूर्णिमा विश्वकर्मा को बैंक में जमा करने के लिए दिया गया था। श्रीमती साकेत वर्मा ने आरोप लगाते हुए बताया कि वैष्णवी ग्राम संगठन के लेखापाल हेमा वर्मा, पूर्व कोषाध्यक्ष पुर्णिमा विश्वकर्मा तथा पूर्व सचिव रोशनी वर्मा द्वारा रुपए का गबन किया गया है और उन्हें फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। क्योंकि 1.89 लाख रुपए मुझे दिया ही नहीं गया है। अगर दिया गया होता तो रजिस्टर में एंट्री होता और उसमें मेरा हस्ताक्षर भी होता। किसी ओर को रुपए देकर मेरे नाम के आगे चढ़ा दिया गया है। उन्होंने इस मामले में और भी कई लोगों के शामिल होने की शंका जताई है। श्रीमती साकेत वर्मा ने जिला प्रशासन से सुक्ष्मता से जांच कर ग्राम संगठन के रुपए में लाखों की हेराफेरी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने प्रशासन को जांच में पूर्ण सहयोग की भी बात कही है।
रुपए जमा करने डाला जा रहा है अनावश्यक दबाव
दिनांक 01/09/2021 को आयोजित बैठक में वर्तमान ग्राम संगठन की वीओ सहायिका श्रीमती हेमा वर्मा, पूर्व सचिव श्रीमती रोशनी वर्मा, पूर्व कोषाध्यक्ष श्रीमती पूर्णिमा विश्वकर्मा एवं अन्य सदस्य तथा जनपद पंचायत राजनांदगांव के हिमांशु झा व श्रीमती शशीकला साहू सहा. वि.वि. अधिकारी उपस्थित थे। उपरोक्त पदाधिकारियों द्वारा मुझ पर आरोप लगाया गया कि ग्राम संगठन द्वारा मुझे 40000 रूपये नहीं बल्कि 1 लाख 50 हजार रुपए ग्राम संगठन के खाते में जमा करने हेतु प्रदान किया गया है। चूंकि मेरे द्वारा वर्ष 2018-19 में ही प्रदाय की गई राशि 40000 रुपये जमा कर रसीद ग्राम संगठन को प्रदान किया गया है एवं बैंक से खाते का विवरण भी प्रदान किया गया है। मेरे द्वारा प्राप्त राशि एवं जमा राशि का विवरण तत्कालिक सचिव द्वारा पंजी में दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि पदाधिकारियों तथा ग्राम संगठन में शामिल 13 समूह के द्वारा धमकी भी दी गई कि राशि जमा नहीं होने पर आपके घर में जाकर कुछ भी कर सकते हैं।