भिलाई नगर निगम द्वारा लिए जा रहे हैं यूजर्स टैक्स का पोस्टर पकड़कर किया विरोध
भिलाई। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के नाम पर भिलाई नगर निगम के द्वारा सूखा एवं गीला कचरा अलग अलग वर्गीकृत करने के नाम पर लिए जा रहे जनता से यूजर्स टैक्स सेवा शुल्क कर के खिलाफ कल्याण सेवा जनजागृति संगठन एवं व्यापारियों की एक बैठक पंडित रविशंकर शुक्ल मार्केट पावर हाउस में सामाजिक कार्यकर्ता सुमन शील के अध्यक्षता में संपन्न हुई । बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता सुमन शील ने कहा कि शुद्ध वातावरण एवं स्वच्छता प्राप्त करना संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत जीवन का मौलिक अधिकार है और उससे दिलाना केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार का कर्तव्य है परंतु भिलाई नगर निगम द्वारा 22 साल बीत जाने के बावजूद सभी जीवन के मौलिक अधिकार को दिलाने में असमर्थ रहा है । भिलाई नगर निगम द्वारा ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना के नाम पर बिना कोई रीसाइकलिंग प्रोजेक्ट कंपनी डाले बगैर जनता को बिना बताए बगैर 21 अक्टूबर 2011 को विशेष सामान्य सभा की बैठक बुलाकर प्रस्ताव पारित कर 30 साल के लिए किवार कंपनी को काम दिए गए थे। उसके पश्चात जनता से 2012 से लेकर अब तक लिए जा रहे हैं यूजर्स टैक्स गैरकानूनी तरीके से वसूली किया जा रहा है । भिलाई नगर निगम द्वारा सफाई के नाम पर पहले से ही समेकित कर में स्वच्छता कर लेते आ रही है , इसके बावजूद आयस्रोत प्रोजेक्ट को गलत तरीके से पहले बाहरी फेलवर कंपनी कीवार को ठेका देने के उपरांत कंपनी के फरार होने के बाद अपने मनपसंद प्राइवेट ठेका कंपनियों को ठेका देने के बावजूद रीसाइक्लिंग के नाम पर कोई कार्य नहीं किया गया बल्कि रीसाइकलिंग प्रोजेक्ट के नाम पर बेरोजगारों को रोजगार देने का झूठा घोषणा पत्र बनाकर छलने के साथ लोगों को डायरिया , डेंगू , पिलिया जैसे बिमारी प्रकोप से जूझने के लिए मजबूर किए जाने के साथ लोगों को जान से मारने तक का काम किया गया है । अब वर्तमान में निगम जनता से सूखा गीला कचरा ना देने पर अपराध शुल्क लगाने वाले है जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । सुप्रीम कोर्ट ने कहा है अगर हमें लगता है कि कहीं मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है, तो ये मौलिक अधिकार अदालत को अधिकार देते हैं कि ऐसे क़ानून को निरस्त किया जाए उसके लिए हमें एकजुट होकर लिए जा रहे औचित्यहीन यूजर्स टैक्स का हर व्यक्ति के द्वारा विरोध दर्ज कराना पड़ेगा और नागरिकों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक कराना पड़ेगा क्योंकि जब तक प्रत्येक व्यक्ति अपने अधिकारों को नही जानेगा, तब तक अधिकारों का सही प्रयोग असंभव है । बैठक के अंत में उपस्थित सदस्यों द्वारा यूजर्स टैक्स के खिलाफ सभी के द्वारा एकमत होकर लिए जा रहे औचित्यहिन टैक्स का विरोध किया तथा सेवा में शुल्क कैसा के साथ अब तो हमें बक्श दो का पोस्टर लगाकर नगर निगम के यूजर्स टैक्स का विरोध प्रदर्शन किया गया । इस मौके पर मुख्य रूप से अवतार सिंह , राजू गुप्ता , मोहन रेड्डी , डीपीन लाड , विनोद मेनन , करमजीत सिंह , उज्जवल सेन, संदीप सोनी , सुप्रभात शील, नरेन्द्र मोहड़ , कुलेश्वर सेन सहित अनेकों मौजूद थे ।