तेंदूपत्ता गोदाम में नक्सलियों ने लगाई आग

68 लाख रुपए के तेंदूपत्ता से भरे 768 बोरे जलकर खाक

तेंदूपत्ता गोदाम में नक्सलियों ने लगाई आग

कांकेर। कांकेर में नक्सलियों ने देर रात तेंदूपत्ता गोदाम में आग लगा दी। इसमें 68 लाख रुपए के तेंदूपत्ता से भरे 768 बोरे जलकर खाक हो गए। नक्सलियों ने मौके पर पोस्टर और बैनर भी फेंके हैं। सूचना पर पहुंचे ठेकेदार और वन विभाग की टीम ने किसी तरह आग पर काबू पाया। पुलिस ने पोस्टर-बैनर जब्त किए। खास बात यह है कि नक्सलियों ने यह वारदात कोयलीबेड़ा थाने और BSF कैंप से महज 500 मीटर की दूरी पर की है।

जानकारी के मुताबिक, कोयलीबेड़ा में तेंदूपत्ता रखने के लिए अस्थाई गोदाम बनाया गया है। इसमें ठेकेदार ने कोयलीबेड़ा, ढुट्टा और हुरतराई समिति से खरीदे गए तेंदूपत्ता से भरे 1200 मानक बोरे रखे थे। बताया जा रहा है कि देर रात करीब 1.30 बजे नक्सली वहां पहुंचे और गोदाम में आग लगा दी। उन्होंने पर्चे और बैनर भी फेंके। इसके बाद चले गए। जब आग की लपटें ऊंची उठने लगी तो कर्मचारियों को इसका पता चला।

इसके बाद कर्मचारियों ने ठेकेदार और वन विभाग को सूचना दी। रेंजर और डिप्टी रेंजर मौके पहुंचे और कर्मचारियों के साथ मिलकर आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। आग को बढ़ता देख अन्य बोरों को दूर हटाया गया। फिर पास लगे बोर से पानी की व्यवस्था कर किसी तरह आग पर काबू पाया गया। तेंदूपत्ता तेलंगाना के ठेकेदार वी रामा रेड्डी ने खरीदा था। इसकी प्रति मानक बोरा 8881 रूपए की बोली लगाई थी।

आग बुझाने तेंदूपत्ता गोदामों नहीं है संसाधन लगातार तेंदूपत्ता गोदामों में आग लगने घटना हो रही है। जिसके बाद वहां की व्यवस्था की हकीकत भी सामने आ गई है। टेमरूपानी पत्ता गोदाम में आग लगने के बाद उसे बुझाने वहां कोई व्यवस्था नहीं थी, जिससे सुबह तक पानी टैंकर का इंतजार किया गया, तब तक पूरे बोरे जल गए। एसा ही कोयलीबेड़ा में आग लगने के बाद हुआ। यहां भी कोई संसाधन नहीं था ।