यूपीएटीएस ने आईएसआईएस से जुड़े दो आतंकियों को दबोचा

यूपीएटीएस ने आईएसआईएस से जुड़े दो आतंकियों को दबोचा

लखनऊ। कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस से प्रभावित दो संदिग्ध आतंकियों को यूपी एटीएस ने रविवार को अलीगढ़ के अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार कर लिया। दोनों आईएसआईएस की शपथ लेने के बाद यूपी में बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। दोनों खिलाफत कायम करने के लिए देश विरोधी षडयंत्र रच रहे थे। उन्हें एटीएस रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है। 

स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि अलीगढ़ से गिरफ्तार किये गये अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक कट्टरपंथी विचारधारा से प्रभावित होने की वजह से आईएसआईएस के अपने आकाओं के निर्देश पर अपने साथ अन्य युवाओं को भी जोड़ रहे थे। जांच में सामने आया कि दोनों आतंकी जिहाद के लिए सेना बना रहे हैं और अपने हैंडलर्स के निर्देश पर प्रदेश में कोई बड़ी आतंकी घटना अंजाम देने वाले हैं। दरअसल, मुंबई के थाना एटीएस में दर्ज मुकदमे में नामजद आरोपियों शाहनवाज और रिजवान के संबंध अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र संगठन सामा (स्टूडेंट्स ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) से जुड़े कुछ छात्रों से होने की पुष्टि हुई थी। 
आईएसआईएस की विचारधारा से प्रेरित होकर देश विरोधी साजिश रचने में गिरफ्तार शाहनवाज और रिजवान की जांच में मिले तथ्यों के आधार पर एटीएस ने भी विगत 3 नवंबर को मुकदमा दर्ज किया था। जिसकी विवेचना के बाद अलीगढ़ से अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों के पास आईएसआईएस व अल कायदा इंडियन सबकांटिनेंट (एक्यूआईएस) से जुड़ा तमाम प्रिंटेड साहित्य व जिहादी प्रोपेगेंडा से भरी पेन ड्राइव बरामद हुई है। वहीं आईफोन और एंड्रायड फोन में देश-विरोधी व आतंकी विचारधारा समर्थित कई ग्रुप मिले हैं, जिनमें आईएसआईएस व एक्यूआईएस के प्रतिबंधित साहित्य का आदान-प्रदान करना पाया गया। दोनों को सोमवार को अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। एटीएस दोनों की रिमांड के लिए न्यायालय से अनुरोध करेगी, ताकि उनसे विस्तृत पूछताछ कर उनके नेटवर्क के बारे में अधिक जानकारी हासिल की जा सके और इनके सहयोगियों को पकड़ा जा सके l