ईडी की टीम को भिलाई के कार चालक से मिले कुल 7.36 करोड़ कैश
आरोपी असीम दास उर्फ बप्पा को ईडी ने लिया हिरासत में, घर भी किया सील
भिलाई। ईडी की टीम ने देर रात करीब 12 बजे तक कार्रवाई करते हुए हाउसिंग बोर्ड भिलाई थाना जामुल निवासी ड्राइवर के कब्जे से कुल 7.36 करोड़ रुपए कैश बरामद किए है। भिलाई पहुंची ईडी की टीम ने असिस्टेंट डायरेक्टर ईडी श्रीराम मीना के निर्देश पर जांच पश्चात रायपुर से गिरफ्तार ड्राइवर असीम दास उर्फ बप्पा के घर को सील कर दिया है। इतनी बड़ी मात्रा में कैश मिलना पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
जानकारी के अनुसर 2 नवंबर गुरुवार की दोपहर रायपुर के एक होटल से संदिग्ध रूप से कोरबा पासिंग की एक कार क्रमांक सीजी 12 एआर 6300 में बैग रखते देख किसी ने ईडी को इसकी सूचना दे दी थी। ईडी की एक टीम ने कार चालक भिलाई हाउसिंग बोर्ड निवासी ब्लाक 12, क्वाटर नंबर 17 निवासी असीम दास उर्फ बप्पा (36 वर्ष) को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इस दौरान आरोपी असीम दास उर्फ बप्पा ने ईडी की टीम को बताया कि 14 वर्षीय बेटे के माध्यम से कैश से भरा बैग दोपहर करीब 2 बजे अपने हाउसिंग बोर्ड स्थित निवास में भेजा है। असीम की पत्नी और बेटा एक-एक बैग तीसरे मामले पर स्थित घर में लेकिर पहुंचे थे। जिस कार से वो आए उसमें एक चावल की बोरी भी थी जिसे पड़ोस के ही एक लड़के की मदद से सीढ़ियों से लेकर तिसरी मंजिल तक लेकर पहुंचे। असीम की पत्नी की तबियत टीम नहीं थी इसलिए वो ईडी टीम के भिलाई आने से पहले ही एक बैग लेकर बेटे के साथ कार से मायके निकल गई।
ईडी की एक महिला अफसर के नेतृत्व में तत्काल 6 लोगों की टीम दुर्ग जिले के भिलाई हाउसिंग बोर्ड स्थित घर पर भेजी गई। ईडी की टीम जब घर पर पहुंची तो वहां ताला लगा हुआ था। बगल की डिस्पेंसरी से आयुर्वेदिक डॉक्टर निलेश ठावरे और एक अन्य मैरामेडिकल महिला स्टाफ की मौजूदगी में असीम के घर का ताला तोड़ ईडी की टीम भीतर प्रवेश किया। घर के अंदर प्रवेश करते ही पहले रूम दीवान पलंग का गद्दा उठाते ही उसके नीचे छिपाई गई नोट की गड्डियां मिली। साथ ही दीवान के नीचे नोटों से भरे हुए 3 बैग और मिले। नोट मिलते ही तत्काल इसकी सूचना जामुल थाने को दी गई। जामुल थाना पुलिस ने हाउसिंग बोर्ड स्थित एसबीआई की शाखा से नोट गिनने की मशीन मंगवाई। जब्त रकम में 500 और 2000 के नोट शामिल हैं। इतनी बड़ी रकम गिनना संभव नहीं था। लिहाजा टीम ने रइक हाउसिंग बोर्ड ब्रांच से नोट गिनने की मशीन मंगवाई।
शाम करीब 6 बजे नोटों की गिनती शुरू हुई और पंचनामा तैयार करते करते करीब रात के 12 बज गए। ईडी की टीम ने जब्त कैश और कुछ अन्य दस्तावेज बरामद कर मकान को सील कर दिया है। बताया जाता है कि ईडी की टीम को 2 करोड़ 36 लाख रुपए मिले हैं जिनमें से एक गड्डी 2000 के नोटों की तथा शेष 500 और 200 की है। बताया जाता है कि आरोपी असीम दास उर्फ बप्पा कांगे्रस पार्षदके पति छोटू सिंह की गाड़ी चलाता है। पड़ोसियों ने बताया कि असीम काफी लंबे समय से इस कॉलोनी में रह रहा है तथा उसके पिता काफी समय तक यहीं रहकर औद्योगिक क्षेत्र में एक छोटी कंपनी चलाया करते थे। बाद में कंपनी बंद हो गई और उन्होंने राजधानी रायपुर में घर ले लिया और वहीं रहने लगे। लेकिन असीम दास अभी भी इी घर में परिवार सहित रहता है। उसके रहन सहन से यह बात स्पष्ट है कि जब्त रुपए उसके नहीं है। सिकी और से मिली कार उसने यह काला धन अपने घर भिजवाया और खुद भी पकड़ा गया।