किसी ने ऑनलाइन तो किसी ने नकद पटाया नगर निगम का टैक्स, करदाताओं के पास रसीद लेकिन रिकार्ड में नहीं

दुर्ग नगर निगम में टैक्स पटोन के बाद भी 176584 रुपये की राशि जांच में पेंडिंग, 21 अप्रैल तक लगा समाधान शिविर

किसी ने ऑनलाइन तो किसी ने नकद पटाया नगर निगम का टैक्स, करदाताओं के पास रसीद लेकिन रिकार्ड में नहीं

दुर्ग। किसी ने ऑनलाइन तो किसी ने नकद देकर नगर निगम का टैक्स पटाया। करदाताओं के पास रसीद भी हैं लेकिन नगर निगम में कोई रिकार्ड नहीं है। टैक्स पटोन के बाद भी  176584 रुपये की राशि जांच में पेंडिंग बताया जा रहा है। आयुक्त सुमित अग्रवाल के सख्त निर्देश पर स्पैरो कंपनी द्वारा टैक्स वसूली के नाम पर करतदाताओ के साथ गड़बड़ी किए जाने के मामले में निगम परिसर टैक्स काउंटर में शिविर लगाया गया है। 15 अप्रैल से 21 अप्रैल तक करदाता पीड़ितों के लिए समाधान शिविर लगाया गया है। शिविर नगर निगम कार्यालय परिसर के टैक्स वसूली कक्ष में लगाया गया है।

उक्त शिविर में निगम के अलावा स्पैरो सॉफ्टेक कंपनी के कर्मचारी मौजूद रहे।इस दौरान कंपनी द्वारा टैक्स वसूली के दौरान जमा कराई गई राशि, जमा कराई गई टैक्स की रसीद लेकर पीड़ित करदाता बड़ी संख्या में पहुच रहें है। 26 पीड़ित करदाताओं की शिकायत,किसी ने फोनपे, तो किसी ने चेक,ऑनलाइन के माध्यम से स्पैरो कम्पनी ने लिया टैक्स,कई करदाताओं के पास रसीद जांच के बाद रिकार्ड में नही।26 करदाताओं से स्पैरो कम्पनी द्वारा टैक्स लेने के बाद भी 176584 रुपये की राशि जांच में पेंडिंग बताया जा रहा। 

निगम प्रशासन ने अपने रिकार्ड में स्पैरो कंपनी द्वारा लाखो रूपए की गडबडी किए जाने का उल्लेख किया है।इस मामले की कार्यवाही के लिए करदाताओं से रसीद साथ लेकर शिविर में आने की अपील की है।नगर पालिक निगम द्वारा स्पैरो सॉफ्टेक कंपनी की टैक्स वसूली से जुड़ी शिकायतों के समाधान के लिए  शिविर लगा हुआ है।इस क्रम में किसी ने रसीद दिखाया तो किसी ने फोनेपे एवं चेक के माध्यम से टैक्स देना बताया। अधिकांश पीड़ित करदाता रसीद लेकर शिविर में पहुच रहे है।  रसीद होने के बावजूद रिकार्ड में सो नहीं हो पा रहा है। इस दौरान कंपनी द्वारा टैक्स वसूली के दौरान जमा कराई गई राशि, जमा कराई गई टैक्स की रसीद तथा अन्य सभी प्रकार के शिकायतों का निराकरण किया जाएगा। इस तरह के किसी भी शिकायत की स्थिति में करदाता संबंधित दस्तावेजों के साथ शिविर में उपस्थित हो रहे है जिससे शिकायतों का निराकरण किया जा सकें।