बांग्लादेश की सड़कों पर मुस्लिमों ने निकाला मार्च, हिंदुओं के कत्लेआम का किया आह्वान, देखें VIDEO
नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर बांग्लादेश का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। बांग्लादेश की सड़कों पर मुस्लिमों ने मार्च निकालते हुए हिंदुओं के कत्लेआम का आह्वान किया। वीडियो में साफ सुना जा सकता है कि बांग्लादेश की सड़कों पर मुस्लिम भीड़ खुलेआम हिंदुओं के कत्लेआम का नारा लगा रही है। उनके खौफनाक नारों में शामिल हैं, “इस्कॉन के लिए यहाँ कोई जगह नहीं होगी” और “हम इस्कॉन भक्तों की खाल उधेड़ देंगे।” ये सिर्फ़ धमकियाँ नहीं हैं - ये नरसंहार का आह्वान हैं। वहीं दूसरी ओर एक सत्संग के दौरान देवकीनंदन ठाकुर ने इस्कान संस्थान पर सवाल एठाए हैं। देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि इस्कॉन के मामने वाले दुनिया में इतने लोग है कि वे अगर सड़क पर खड़े हो जाए तो बांग्लादेश की सड़कों पर जाम लग जाएगा। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। भारत सरकार को इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाना चाहिए। बांग्लादेश में हिंदुओं को सड़कों पर उतरकर वहां की सरकार को जिम्मेदार ठहराना चाहिए। इस्कॉन एक सनातन संगठन है।
आध्यात्मिक भक्ति और अहिंसा में निहित हिंदू धर्म की एक शाखा, इस्कॉन भक्तों को सिर्फ़ उनकी मान्यताओं के लिए शिकार बनाया जा रहा है। मंदिरों को अपवित्र किया जाता है, हिंदू लड़कों को दिनदहाड़े मार दिया जाता है, और हिंदू आध्यात्मिक नेताओं को मनगढ़ंत आरोपों में कैद कर लिया जाता है जबकि आतंकवादी खुलेआम घूमते हैं।
चार महीनों से हिंदुओं का शिकार किया जा रहा है, उन्हें मारा जा रहा है, बलात्कार किया जा रहा है और उनकी हत्या की जा रही है, जबकि सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। हिंदू लड़कों को दिनदहाड़े मारा जा रहा है। चिन्मय कृष्ण दास जैसे संतों को झूठे आरोपों में जेल में डाल दिया जाता है और अलकायदा आतंकवादियों को अपना जिहाद जारी रखने के लिए रिहा किया जा रहा है। सेना कुछ नहीं करती। भीड़ बेलगाम हो जाती है। जब इस्लाम किसी देश पर हावी हो जाता है तो यही होता है: हिंदू, ईसाई, बौद्ध - इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। यदि ईसाई, हिंदू या यहूदी सड़कों पर मार्च कर मुसलमानों का शिकार कर रहे होते, और उनके कत्लेआम के नारे लगा रहे होते, तो क्या यह हर चैनल पर ब्रेकिंग न्यूज नहीं होती?