फ्री में गुटखा नहीं देने पर व्यापारी के एक लौते पुत्र को गोली मारने वाले दोनों आरोपी पुलिस गिरफ्त में, ट्रेन रोक कर पुलिस ने पकड़ा

  फ्री में गुटखा नहीं देने पर व्यापारी के एक लौते पुत्र को गोली मारने वाले दोनों आरोपी पुलिस गिरफ्त में, ट्रेन रोक कर पुलिस ने पकड़ा

बिलासपुर। गत दिनों फ्री में गुटखा नहीं देने पर व्यापारी के एक लौते पुत्र को गोली मारकर मौत के घाट उतारने वाले दोनों आरोपियों सहित सहयोगी को पुलिस ने पकड़ने में सफलता पाई है। दोनों आरोपी भूपेंद्र पोर्ते और नंदू साहू ट्रेन से बिहार भागने के फिराक में थे कि पुलिस ने ट्रेन रुकवाकर आरोपियों को दबोच लिया। साथ ही आरोपियों को  भागने में सहयोग करने वाले व्यक्ति को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त पिस्तल व बाइक को बरामद कर लिया है।
पचपेड़ी क्षेत्र के मानिकचौरी निवासी मंगतूराम अजय (43 वर्ष) किराना दुकान चलाते हैं। घर में उसकी पत्नी सरोजनी (39 वर्ष) अनीश अजय (17 वर्ष) और नेहा अजय (12 वर्ष) रहते हैं। रविवार की रात करीब करीब 9 बजे दुकान गांव के ही दो बदमाश युवक भूपेंद्र पोर्ते और नंदू उर्फ नंदकिशोर साहू गुटखा लेने पहुंचे थे। मंगतूराम का बेटा अनीश उन्हें गुटखा देने के लिए निकला। इस दौरान पैसे देने से मना करने पर उनका झगड़ा शुरू हो गया और इस दौरान एक युवक ने पिस्टल निकालकर फायरिंग कर दी। जिससे गोली अनीश के पेट में लगी और वह बेहोश होकर गिर गया। इसके बाद हमलावर युवक बाइक से भाग निकले। इधर, अनीश के साथ ही उसके माता-पिता को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने अनिश को मृत बता दिया। तत्पश्चात एसीसीयू प्रभारी हरविंदर सिंह के नेतृत्व में 17 सदस्यीय टीम बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों युवक भागकर बलौदाबाजार पहुंच गए। बलौदाबाजार में नंदू साहू का ससुराल है। उसके ससुरालवालों को पता चला कि दोनों हत्या करके भागे हैं, तब उन्होंने उन्हें भगा दिया। पुलिस की टीम को पता चला दोनों आरोपी बलौदाबाजार तरफ भागे हैं, तब पुलिस की अलग-अलग टीम उनकी तलाश में जुट गई। जांच के दौरान पता चला कि दोनों आरोपियों का एक दोस्त है, जो पचपेड़ी क्षेत्र में पहले उनके साथ देखा गया था और वह बलौदाबाजार के रसेड़ा का रहने वाला है। जानकारी मिलते ही टीम ने देर शाम उनके दोस्त वीर सिंह को उठा लिया। उसके पास से वारदात में उपयोग की गई बाइक मिली। उससे पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तब उसने दोनों आरोपियों के भागने का राज खोल दिया।
जब तक पुलिस उनके दोस्त वीर सिंह को पकड़ा और फरार आरोपियों की जानकारी जुटाई, तब तक काफी देर हो गई थी। दोनों आरोपी भाटापारा स्टेशन में सारनाथ एक्सप्रेस में चढ़कर निकल गए थे। इधर, पुलिस को जैसे ही पता चला कि दोनों आरोपी सारनाथ एक्सप्रेस से भाग रहे हैं, तब उन्होंने तत्काल एसपी  पारुल माथुर को घटना की जानकारी दी। फिर दो टीम को बिलासपुर और उसलापुर एक्सप्रेस में लगा दिया गया। बिलासपुर स्टेशन में आरोपी नहीं मिले, तब पुलिस निराश हो गई थी। लेकिन, उसलापुर में ट्रेन रूकते ही पुलिस ने सघन तलाशी ली। इस दौरान आरोपी भूपेंद्र पोर्ते को टीम ने दबोच लिया। वहीं, दूसरा आरोपी नंदू साहू ट्रेन में छिप गया था, जिसे कोटा स्टेशन से पकड़ लिया गया। वहीं आरोपियों का साथ देने वाले वीर सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त 9 एमएम पिस्टल और बाइक बरामद किया है।