छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के बैनरतले अधिकारी कर्मचारियों ने दिया धरना
राज्य सरकार के खिलाफ जताया आक्रोश
दुर्ग। जिले के सरकारी अधिकारी व कर्मचारी केन्द्र के समान देय तिथि से 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता और सातवें वेतनमान में गृहभाड़ा भत्ता देने की मांग को लेकर सोमवार से कलमबंद-कामबंद हड़ताल पर चले गए। 53 विभाग के करीब 20 हजार अधिकारी-कर्मचारियों का यह हड़ताल 29 जुलाई तक चलेगा। उनके हड़ताल पर जाने से पहले दिन ही शासकीय विभागों के कार्यालयों में कामकाज ठप्प रहा। जिससे अपने कामकाज को लेकर शासकीय कार्यालयों में पहुंचे लोगों में भटकाव की स्थिति निर्मित रही। खासकर शिक्षा स्वास्थ्य, निगम, तहसील, कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुुंचे लोग कार्य नही होने से परेशान रहे।
यह स्थिति हफ्तेभर रहेगी। क्योंकि अधिकारी-कर्मचारी 29 जुलाई तक हड़ताल पर रहेंगे। उसके बाद 30 व 31 जुलाई को शनिवार व रविवार के अवकाश से शासकीय कार्यालय स्वत: ही बंद रहेंगे। हड़ताली सरकारी अधिकारी-कर्मचारी हड़ताल के पहले दिन सोमवार को छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के बैनरतले हिन्दी भवन के सामने जुटे। यहां उन्होने धरना में बैठकर राज्य सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया। धरना में शामिल कर्मचारी नेताओं ने सभा को संबोधित किया।
फेडरेशन के दुर्ग संभाग प्रभारी राजेश चटर्जी, जिला संयोजक विजय लहरे व प्रवक्ता अनुरुप साहू ने डीए और एचआरए नहीं देने को राज्य सरकार द्वारा अधिकारियों व कर्मचारियों के मौलिक अधिकार का हनन करना बताया गया है। उनका कहना था कि केंद्रीय कर्मचारियों को फिलहाल 34 प्रतिशत डीए मिल रहा है, जबकि राज्य में डीए 22 प्रतिशत है। जो कि 1 मई 2022 से प्रभावशील किया गया है। गृहभाड़ा भत्ता स्वीकृति के मामले में राज्य सरकार कर्मचारी-अधिकारियों का आर्थिक शोषण कर रही है। राज्य में 1जनवरी 2016 से सातवां वेतनमान लागू हो गया था, लेकिन कर्मचारी-अधिकारियों को आज पर्यन्त छटवे वेतनमान के मूलवेतन पर एचआरए दिया जा रहा है। धरना में फेडरेशन के दुर्ग संभाग संयोजक आनंदमूर्ति झा, डीइस भारद्वाज, व्हीएस राव, विपिन जैन, महेंद्र साहू, विष्णुसिंह राजपूत, यूवराज साहू, सत्येंद्र राजपूत, केआर देशमुख, डॉ बीके दास, देवेंद्र बंछोर, हरि शर्मा, मोतीराम खिलाड़ी, प्रेमनारायण साहू, नरसिंह पटेल, विजय शर्मा, प्रमोद यादव, कृष्णा कुमार यादव, सुखनंदन यादव, कृष्णा वर्मा, बाबा चौहान, मोनिका सुकतेल, प्रतिभा श्रीवास्तव, धर्मेन्द्र देशमुख, जीएस रावना, पंकज राठौड़, कुमार देशमुख, वीरेंद्र चंद्राकर, एमएम कुरैशी सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों के अलावा शासकीय अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुए। धरना में महिला कर्मर्चारियों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।