भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका श्रमिकों के लिए दुर्घटना बीमा लागू नहीं होने से आश्रितों को हो रहा बड़ा आर्थिक नुकसान

भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका श्रमिकों के लिए दुर्घटना बीमा लागू नहीं होने से आश्रितों को हो रहा बड़ा आर्थिक नुकसान

भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र के यू आर एम विभाग में कार्य के दौरान दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल ठेका श्रमिक  बाबूलाल कि शुक्रवार रात्रि रायपुर नारायणा अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया, जिसकी जानकारी देर रात्रि  मृतक के परिवार के द्वारा यूनियन को दी गई . आज सुबह यूनियन के ठेका प्रकोष्ठ अध्यक्ष हरिशंकर चतुर्वेदी और महामंत्री वशिष्ठ वर्मा से मिलकर ठेकेदार से सहयोग और प्रबंधन से आश्रित को नौकरी देने में सहयोग करने हेतु कहा. जिस पर यूनियन के प्रयास से प्रबंधन द्वारा आश्रित के एक सदस्य को संयंत्र में स्थाई नौकरी और ठेकेदार के द्वारा आर्थिक सहायता के रूप में ढाई लाख रुपए का चेक एवं 25000 नकद दिए गए.  पहली बार भिलाई इस्पात संयंत्र में दुर्घटना में मृतक श्रमिक के मुआवजे का निर्णय होने तक  कार्य स्थल पर ठेका श्रमिक कार्य बंद कर दिए थे.  मुआवजे पर निर्णय होने के पश्चात  ठेका श्रमिकों ने वापस काम चालू किया. ठेका प्रकोष्ठ महामंत्री वशिष्ठ वर्मा ने कहा कि संयंत्र प्रबंधन द्वारा ठेका श्रमिकों का 10 लाख का दुर्घटना बीमा लागू करने में हो रही देरी से आश्रित परिवार को लाखों रूपये का नुकसान हो रहा है और बार-बार ठेकेदार के समक्ष सहयोग हेतु विवाद की स्थिति बनती है. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.  वशिष्ठ वर्मा ने ठेका श्रमिकों को एकता और अपने श्रमिक साथी के सहयोग के लिए धन्यवाद कहा. यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष रवि शंकर सिंह और महामंत्री चन्ना केशवलू लगातार ठेकेदार एवं प्रबंधन से संपर्क कर मामले का जल्द समाधान करवाये और अखिलेश उपाध्याय आर के सोनी भी उपस्थित रहे.