फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश, इन्हीं के सहयोग से कोर्ट कार्रवाई से बचने अपराधी भागते थे विदेश, वकील सहित 7 आरोपी गिरफ्तार

फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश, इन्हीं के सहयोग से कोर्ट कार्रवाई से बचने अपराधी भागते थे विदेश, वकील सहित 7 आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश करते हुए एक वीकल सहित 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन्हीं के सहयोग से पुलिस से बचने अपराधी विदेश भागते थे। आरोपियों के कब्जे से 12 मोबाइल, 2 लैपटॉप-CPU और कलर प्रिंटर जब्त की गई है।

जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. ये गैंगस्टर या उनके गुर्गों को फर्जी पासपोर्ट पर विदेश भेज रहे थे. कोर्ट कार्यवाही से बचने के लिए गैंगस्टर, अपराधियों, वांटेड, पैरोल जंपर्स या कानूनी कार्यवाही में फंसे अन्य लोगों को फर्जी पासपोर्ट से विदेश भेज रहे थे. गैंग फर्जी नाम, पिता का नाम और पता से फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पैन कार्ड बनाते थे. फिर लखनऊ उत्तर प्रदेश के पासपोर्ट कार्यालयों में अपने संपर्कों के जरिये फर्जी पासपोर्ट तैयार कराते थे.

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एसीपी रमन लाम्बा और डीसीपी आदित्य गौतम के नेतृत्व में जांच टीम गठित की. पुलिस ने एक फर्जी ग्राहक को उस गैंग के पास पासपोर्ट बनाने भेजा. सौदा तय हुआ और जैसे ही गैंग पुलिस की रडार में आई उनपर नकेल कस दिया गया. पुलिस ने बताया कि संदिग्ध निशांत कुमार सक्सेना ने एजेंट सूफियान और अन्य सिंडिकेट सदस्यों के साथ मिलकर उनके द्वारा फर्जी ग्राहक का आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र जैसे फर्जी दस्तावेज कमल कुमार शर्मा पुत्र देवेंद्र कुमार शर्मा लखनऊ, उत्तर प्रदेश के नाम से तैयार कर दिए. फिर उन्होंने एक नए पासपोर्ट के लिए आवेदन किया और फिर सभी औपचारिकताएं भी पूरी कर ली.

क्राइम ब्रांच के मुताबिक गैंग ने 25 फरवरी को फर्जी पासपोर्ट देने का वादा किया था. उस दिन लखनऊ में संदिग्ध निशांत सक्सेना के कार्यालय में छापा मारा गया, कमल कुमार शर्मा के पासपोर्ट के साथ उसे गिरफ्तार किया गया, जिसे सप्लाई किया जाना था. इसके अलावा उसके कार्यालय और घर की तलाशी ली गई, जहां से आरोपी निशांत कुमार सक्सेना की निशानदेही पर 5 फर्जी पासपोर्ट, दो सीपीयू, दो मोबाइल फोन और अन्य संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए. वर्तमान मामले में अब तक कुल 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा आरोपियों से बरामद डेटा से कई अपराधियों की पहचान की गई है, जिन्होंने अपने फर्जी पासपोर्ट तैयार कर लिए थे. उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है.
निशांत कुमार सक्सेना: 42 वर्ष साल का यह अपराधी पेशे से वकील हैं. गुरु रविंद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय लखनऊ से बीए एलएलबी और ग्लोबल यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा से एलएलएम. पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में एजेंटों के जरिए ग्राहकों तक पहुंचता था. वह सुफियान के साथ मिलकर इस प्रकार के ग्राहकों के फर्जी दस्तावेज तैयार करता था. वह लुधियाना, पंजाब के निवासी गुरविंदर सिंह का फर्जी पासपोर्ट तैयार करने और उसे विदेश यूएसए भेजने में भी शामिल है. इसके चार सहयोगी सुफियान लखनऊ का रहने वाला है. उम्र मात्र 28 साल है.अतुल कुमार बालागंज लखनऊ का रहने वाला है.सुखदीप सिंह जींद, हरियाणा का रहने वाला है. इसकी उम्र 36 साल है.उसामा जफर, कैंपवेल रोड, लखनऊ का रहने वाला है. उम्र 28 साल है.